बछ्वाड़ा(बेगूसराय)::–
राकेश यादव :~
16 मई 2019
बाढ़ से सुरक्षा को लेकर सरकार द्वारा गुप्ता बांध पर मिट्टी भड़ाई का काम किया जा रहा है. जिसे लोग विकास के पैमाने के रूप में देख रहे है.
लेकिन इस गुप्ता बांध में मिट्टी भराई के दौरान संवेदक द्वारा सेफ्टी नहीं इस्तेमाल नहीं किये जाने के कारण, एनएच- 28 पर यात्रियों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है.
विगत एक माह में तीन लोगो की मौत हो गई। जबकि करीब एक दर्जन लोग घायल हो चुके है. गुप्ता बांध में मिट्टी भड़ाई के दौरान संवेदक द्वारा ट्रक्टर का प्रयोग, प्रखंड क्षेत्र के गोधना पंचायत से लेकर गोविन्दपुर तीन पंचायत के मुरलीटोल तक एनएच- 28 से होकर किया जाता है.
ट्रक्टर से मिट्टी ढुलाई के दौरान एनएच- 28 पर काफी मिट्टी गिर जाता है और वाहन आने-जाने के दौरान हवा के झोके के साथ ही एनएच- 28 पर हमेशा धुन्ध सा नजारा बना रहता है. जिस कारण एनएच- 28 पर गुजरने वाले वाहन को अपने समीप का वाहन भी नही दिखाई देता है.
बताते चले कि बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल बेगूसराय के अन्तर्गत एनएच- 28 के किनारे गुप्ता बांध उंचीकरण का कार्य राधे कृष्णा कंस्ट्रक्शन के द्वारा कराया जा रहा है. संवेदक द्वारा मिट्टी भराई के लिए दर्जनो ट्रक्टर का प्रयोग एनएच- 28 होकर किया जा रहा है. संवेदक द्वारा किसी भी ट्रक्टर के डाले में मिट्टी के उपर से त्रिपाल का प्रयोग नही किया जाता है.
ट्रक्टर चालक द्वारा जल्द मिट्टी लेकर बांध पर पहुचने व अधिक राउण्ड(खेप) पुराने के चक्कर में ट्रक्टर चालक अधिक तेज रफ्तार से चलाता है. जिस कारण एनएच 28 पर मिट्टी बिखर जाता है.
ट्रक, बस समेत अन्य छोटी-बड़ी वाहन चलने के दौरान वही मिट्टी हवा के झोके के साथ ही उड़ने लगता है, और सामने से आ रही वाहन दिखाई नही पड़ता है. जिस कारण एक महीने में तीन लोगों की मौत हो गयी। वही दर्जन भर लोग गिरकर घायल हो चुके हैं.
स्थानीय लोग विजय शंकर दास, उमेश कुवंर कवि, राम पुकार राय, मृंंतुन्जय कुमार, सुजीत कुमार, राकेश कुमार समेत दर्जनो लोगो ने बताया कि खुले में ट्रक्टर पर मिट्टी ले जाने के कारण हमेशा धुल उड़ते रहता है. एनएच- 28 पर वाहन चलाने वाले चालक के आंखो के सामने धुल ही धुल दिखाई पड़ता है. जिस कारण सड़क दुर्घटना होने के कारण लोग घायल हो जाते है व उनकी मौत भी हो जाती है.
उन लोगों ने बताया कि संवेदक द्वारा मिट्टी लाने के दौरान ट्रक्टर के डाला में मिट्टी को ढ़कने में त्रिपाल का प्रयोग किया जाता तो शायद सड़क दुर्घटना पर रोक लगाया जा सकता था. ग्रामीणों का कहना है कि एनएच- 28 से होकर प्रति दिन जनप्रतिनिधि से लेकर पदाधिकारी का आना जाना लगा रहता है. लेकीन गुप्ता बांध में मिट्टी भराई के लिए संवेदक द्वारा दर्जनो ट्रक्टर का प्रयोग किया जा रहा है जबकी एक भी ट्रक्टर में मिट्टी को बिना त्रिपाल से ढ़के हुए ले जाया जाता है लेकीन पदाधिकारी इस पर रोक लगाने में आज तक नाकाम साबित हो रहा है.
जबकि नियम है कि बालू या ईंट ले जाने वाली ट्रैक्टर या ट्रक को तिरपाल से ढक कर ही ले जाना है. यह पर्यावरण को भी प्रदूषित करता है. प्रशासन को चाहिए कि ऐसे वाहनों को जप्त कर कानून सम्मत कार्रवाई करना चाहिए।