बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
सरस्वती संस्कृत उच्च विद्यालय बेगूसराय में रविवार को विद्यालय शताब्दी समारोह सह स्मारिका विमोचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए बिहार विधान परिषद सदस्य सर्वेश कुमार ने कहा कि संस्कृत भाषा तमाम भाषाओं की जननी है। संस्कृत भारत का गौरव है। संस्कृत को संरक्षित कर ही भारत दुनिया में गौरव प्राप्त कर सकता है। सरकार की ताकत से बड़ा समाज की ताकत है।
विधान परिषद ने कहा कि संस्कृत विद्यालयों की समस्या को समाधान के लिए आप आगे बढ़े, मैं भी आपके साथ हूं। समय बहुत प्रतिकूल चल रहा है। विद्यालयों में बैंच, डेस्क तथा आधारभूत संरचना का अभाव है। समग्रता से विचार करने की जरूरत है। संस्कृत भाषा को कंप्यूटर से जोड़ना पड़ेगा। इमानदारी से संस्कृत विद्यालयों की समस्या के समाधान करने की आवश्यकता है। मैं ईमानदारी से आपके साथ खड़ा हूं।
समारोह को संबोधित करते हुए विधान परिषद सदस्य डॉक्टर मदन मोहन झा ने कहा कि संस्कृत भाषा के विकास से ही भारतीय संस्कृति का विकास संभव है।
इस अवसर पर के. डी. हिमांशु, समाजसेवी रजनीकांत पाठक, जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान राजकमल तथा अन्य ने संबोधित किया।
मौके पर विद्यालय के स्मारिका का विमोचन किया गया तथा सेवानिवृत्त शिक्षकों को चादर, पाग एवं बुके देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थापक प्रधानाध्यापक डॉक्टर गौरी नाथ मिश्र भास्कर तथा संचालन अग्निशेखर ने किया।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रशांत कुमार, शंकर भवन संस्कृत उच्च विद्यालय मेहदाशाहपुर के प्रधानाध्यापक नवीन कुमार चौधरी, नित्यानंद राय एवं अन्य ने संबोधित किया।
मौके पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं स्वाति प्रिया, सान्या वर्मा, जूही कुमारी, निधि कुमारी द्वारा नृत्य, संगीत, वादन प्रस्तुति की गई।