बेगूसराय ::–
विजय श्री ::–
30 मई 2020 शनिवार
भारतीय ट्रेड यूनियन केन्द्र (सीटू) का स्थापना स्वर्ण जयंती वर्ष दिवस समारोह श्रमजीवी संघर्ष संकल्प कन्वेंशन के रूप में सीटू जिला कार्यालय रणदिवे भवन कपस्या चौक बेगूसराय के प्रांगण में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत सीटू राज्य सचिव एवं बी एस एस आर यूनियन नेता आर एस राय के द्वारा झंडोत्तोलन करने तथा ए एन झा और राकेश सिन्हा के झंडा गान गायन के साथ हुआ । झंडोत्तोलन के उपरांत सीटू के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष कॉ बी टी रणदिवे एवं संस्थापक राष्ट्रीय महासचिव काॅमरेड पी राम मूर्ति सहित तमाम शहीदों एवं दिवंगत नेताओं की तस्वीर पर माल्यार्पण पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई ।
सीटू के इस स्वर्ण जयंती वर्ष दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित श्रमजीवी संघर्ष संकल्प कन्वेंशन की अध्यक्षता सीटू नेता सुरेश प्रसाद सिंह ने किया जबकि संचालन बी एस एस आर यूनियन नेता अजय कुमार सिंह ने किया ।
कन्वेंशन को संबोधित करते हुए सीटू राज्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने ट्रेड यूनियन आंदोलन के इतिहास में सीटू की बेमिसाल भूमिका की चर्चा करते हुए कहा कि शारीरिक व मानसिक श्रम करने वाले मेहनतकश जनता ने अपने खून पसीने से जिस आधुनिक दुनिया की बुनियाद को सजाया और संवारा, ट्रेड यूनियन आंदोलन ने श्रमिक अधिकार की जिन उपलब्धियों को संगठित आन्दोलन के बल पर हासिल किया,आज शासक वर्ग की सरकारें उन तमाम उपलब्धियों को कारपोरेट घरानों के स्वार्थ और मुनाफे की भेंट चढ़ा कर श्रम कानून,श्रम के लिए निर्धारित काम का घंटा एवं न्यूनतम मजदूरी कानून पर जबरदस्त हमला बोल दिया है । इसके खिलाफ सशक्त संगठित एवं एकताबद्ध श्रम आन्दोलन वक्त की अनिवार्य आवश्यकता है ।
उन्होंने कहा कि कोविड 19 जैसी विश्वव्यापी महामारी की चुनौतियों के समय में भी जबकि देश और दुनिया भर के स्वास्थ्यकर्मी कोरोना बचाव सैनिक बन अपनी कुर्वानियों से मानवता की रक्षा कर रहे हैं लेकिन सरकार उनके सुरक्षा की जिम्मेदारी से अपना हाथ खींचने का शर्मनाक काम किया है ।
कन्वेंशन को संबोधित करते हुए किसान सभा के नेता और पूर्व विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि किसानों मजदूरों की एकता पर आधारित लगातार चलते रहने वाला आन्दोलन ही देश और दुनिया के मानव जीवन की रक्षा कर सकता है । उन्होंने केन्द्र के मोदी और बिहार के सुशासन नामधारी कुशासन सरकार की डपोरशंखी घोषणाओं झूठे आश्वासनों की भर्त्सना करते हुए कहा कि माकपा नेतृत्व वाली केरल सरकार ने अपनी सीमित क्षमता के बल पर कोविड 19 की महामारी से जिस प्रकार मानवता को बचाने का मिशाल दुनिया के सामने पेश कर दिया है अनुकरणीय है और केरल का रास्ता ही भारत के भविष्य को सबसे कारगर विकल्प है ।
उन्होंने कहा कि कोविड 19 की ओट में छिप कर देश की जनता को साम्प्रदायिक जातिवादी राजनीति में बांटने के मोदी मंसूबों का खात्मा ही मजदूर किसान एकजुटता की जीत होगी ।
कन्वेंशन को संबोधित करते हुए अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के राज्य महासचिव शशिकांत राय ने कहा कि सीटू के नेतृत्व और मार्ग दर्शन मेंं ही बिहार के अराजपत्रित कर्मचारियों ने बड़ी बड़ी लड़ाईयों में शासक वर्ग की सरकारों को झुका कर कर्मियों की उपलब्धियों को हासिल किया है । आज उन तमाम उपलब्धियों की हत्या की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ हमें और संगठित होकर लड़ना पड़ेगा ।
कन्वेंशन को फर्टिलाइजर के अवकाश प्राप्त यूनियन नेता अभिनंदन झा, किसान सभा नेता रामाशीष राय, बिहार स्टेट आटो चालक संघ जिला सचिव पंकज कुमार सिंह,डाक तार यूनियन नेता, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ जिला सचिव मुरारी मोहन,बी एस एन एल यूनियन नेता कौशल किशोर चौधरी,हथालन कामगार यूनियन नेता रत्नेश झा, पूर्व युवा नेता दयानिधि चौधरी,जनवादी नौजवान सभा नेता अजय कुमार यादव, असंगठित मजदूर संघ नेता विक्की कुमार आदि ने संबोधित किया।