बेगूसराय ::–
विजय श्री ::–
25 अप्रैल 2020 शनिवार
वैश्विक महामारी कोरोना के फैलने के बाद लॉक डाउन लगा है। जिसके कारण 30 दिन से ऊपर लोग घरों में कैद हैं। लेकिन इस घड़ी में गरीब और बेजुबान को भोजन पर भी आफत हो गया है। जिसका सहारा समाजसेवी बन रहे हैं मानवजाति बचाने के लिए बेजुवान बदरों को भी भोजन कराया गया।
संजय गौतम विगत 30 दिनों से लॉक डाउन होने के बाद कोरोना वायरस से बचाव एवं कोई भूखा ना रहे इस समाज में संकल्प के साथ नागरिक कल्याण संस्थान की टीम आज जयमंलागढ मंदिर के जगलों में चौथी बार गई। बारिश होने के कारण दर्जनों कार्यकत्ताओं को पानी एंव कीचड़ से गुजरते हुए जाना पड़ा। लगभग दस किलोमीटर पैदल चलकर इस मानवता का परिचय देते हुए सेवा का सकंल्प पुरा किया गया।
जहाँ सैकडो़ बेजुवान बंदरों को दर्जनों केेला, एक सौ किलो चना फुला हुआ और बिस्कुट के साथ भुखे बदंर को खिलाया गया। लगभग सैकडो़ प्रकार के ऐसे जीव जन्तु है जो बेजुवान है एंव भोजन के लिए भटक रहे है। लाकँडाउन में मंदिर बंद होने के बाद कोई आते नहीं।जिसके कारण बदंर, बकरी, कुत्ता सभी वहाँ भोजन के लिऐ भटकते है।
मानवजाति के लिए सभी जीवों का संरक्षण होना जरुरी है। मंदिर बंद होने के कारण बदंर भुखे रहते है, भटकते है। सरकार के वन विभाग से इसके लिऐ कोई योजना नहीं है। साथ में सीडब्लूसी सदस्य प्रीति गौतम, सामाजिक कार्यकर्ता सतीश कुमार, एबीभीपी जिला संयोजक कन्हैया कुमार, संस्थान के सदस्य राजेश हिसारिया, संतोष कुमार विनोद कुमार गुप्ता, विवेक, अभिषेक, सूरज, भुपेन्द कुमार, जीवेश जी, चंदा कुमारी सभी लोग साथ थे।