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लॉकडाउन का पालन कराने को लेकर अनुमंडल प्रशासन हुआ सख्त, डंडे की भाषा ही समझते हैं लोग

 

चेरियाबरियारपुर-बेगूसराय ::–

नूर आलम

13 अप्रैल 2020 सोमवार

सरकार द्वारा विश्व व्यापी कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लॉकडाउन जारी है. इसके लिए आज सोमवार को लॉकडाउन को पूर्ण रूपेण लागू करवाने के लिए एसडीएम मंझौल दुर्गेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारियों का काफ़िला सड़कों पर निकली.

बिना वजह सडक़ों पर मटरगस्ती के लिए निकले लोगों की जमकर खबर ली. हालांकि इसके बावजूद ग्रामीण इलाकों में लॉकडाउन का कोई खास असर नहीं दिख रहा है. आखिर दिखे भी कैसे, रबी का फसल गेहूं खेतों मे पककर तैयार है. खून पसीना बहाकर अपनी खेतों में मेहनत करने वाले किसान अपने साथ साथ देशवासियों का पेट भरने का काम करते हैं. परंतु लॉकडाउन ने इन किसानों की कमर तोड़कर रख दी है.

बताया जाता है क्षेत्र की 90 प्रतिशत आबादी किसान एवं खेतीहर मजदूरों की है. जो मजबुरन अपने एवं देशवासियों की सालों भर पेट भरने के खातिर लॉकडाउन मे भी बाहर निकलने के लिए मजबूर हैं. सूत्रों की मानें तो लॉकडाउन की वजह से आधुनिक युग में फसलों की कटाई के लिए बनाए गए रीपर मशीन एवं कंपाइन मशीन का उपयोग किसान नहीं कर पा रहे हैं. चूंकि कटनी के दौरान इन मशीनों में आने वाली खराबियों को दूर करने के लिए एक्सपर्ट मौजूद नहीं हैं.

जबकि कृषि यांत्रिकी दुकानें बंद रहने कारण किसानों को भारी फजीहतों का करना पड़ रहा है. बावजूद इसके किसान किसी तरह खेतों मे पके फसल को समेटकर घर लाने के लिए रात दिन एक किए हुए हैं. विदित हो कि इस दौरान पुलिस का क्रुर चेहरा भी सामने आ चुका है.

पुलिस के जवानों द्वारा फसल की कटनी कर वापस लौट रहे युवक की जमकर पिटाई के दौरान उसके आंख मे गंभीर चोटें आने तथा चिकित्सकों द्वारा रौशनी वापस नहीं लौटने की संभावनाओं के बीच पुलिस के प्रति किसानों मे खासी नाराजगी देखी जा रही है.

हालांकि कृषि मंत्रालय द्वारा कटनी कार्य में लगे किसान मजदूरों को लॉकडाउन से बाहर कर दिया गया है. बावजूद इसके पुलिस द्वारा किसानों की बेरहमी से पिटाई के कारण किसान, मजदूरों द्वारा पुलिस की कार्य शैली पर सवालिया निशान खड़ा किया जाने लगा है.

लोगों का कहना है कि पुलिस बिना पुछे एवं समझे अंधाधुंध लाठीचार्ज कर रही है. ऐसा प्रतीत होता है जैसे पुलिस रक्षक नहीं भक्षक के रूप में ग्रामीण इलाकों के अंदर लॉकडाउन का पालन कराने में लगी है.

 

जिला परिषद द्वारा खेतों में घुमकर साबुन एवं मास्क वितरण का कार्य जारी

चेरियाबरियारपुर.

विश्व व्यापी महामारी कोरोना वायरस से रोकथाम हेतु जनप्रतिनिधियों के द्वारा साबुन एवं मास्क वितरण का कार्य जारी है. उक्त क्रम में सोमवार को चेरियाबरियारपुर जिला परिषद क्षेत्र संख्या-09 के सदस्य अशोक सहनी के द्वारा बसही गांव में लोगों के बीच साबुन एवं मास्क का वितरण किया गया.

इस दौरान खासकर महादलित मुहल्ला भेलवा मुशहरी एवं औरे गांव के लोगों के बीच जागरूकता फैलाया गया. जिला परिषद सदस्य ने कहा अपने क्षेत्र की जनता का ख्याल रखना जनप्रतिनिधियों का परम कर्तव्य है. महामारी के कारण लोगों में भय और दहशत का माहौल कायम हो गया है.

वहीं बेगूसराय जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पॉजिटिव मरीज़ मिलने की खबर से लोग खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं.जबकि रबी फसलों के कटनी का दौर जारी है.ऐसे में किसान एवं खेतिहर मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर देशवासियों की पेट भरने हेतु सेवा में तल्लीन नज़र आ रहे हैं.

ऐसे किसान मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से खेतों में घुमकर मास्क का वितरण कर रहे हैं.साथ ही किसानों को सोशल डिस्टेंस बनाकर कटनी करने, कटनी के उपरांत अपने हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोने सहित अन्य जागरूकता से संबंधित बातें भी बताई जा रही है.

उन्होनें कहा आज 20 वें दिन लॉकडाउन जारी है.सबसे अधिक दिहाड़ी मजदूरों की स्थिति दयनीय है.ऐसे मजदूर भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. जबकि सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान राहत पैकेज का फर्मुला हवा-हवाई साबित हो रहा है.सरकार द्वारा अपनी राजनीति चमकाने के उद्देश्य से घोषणाओं का शगूफा छोड़ा जा रहा है. जिसका जमीनी हकीकत से दूर दूर तक कुछ लेना-देना नहीं है.

By National News Today

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