उदवंतनगर-भोजपुर ::–
बबलू कुमार–
22फरवरी 2020 शनिवार
भोजपुर जिले के उदवंतनगर प्रखंड के कसाप गांव के ग्रामीणों ने आरा–सासाराम रेल लाइन पर स्थित कसाप को रेलवे स्टेशन के दर्जा दिलाने की मांग को लेकर कसाप रेलवे लाइन के समीप 20 फरवरी से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल, सत्याग्रह जारी है।
भूख हड़ताल सत्याग्रह पर बैठे ग्रामीणों में दीनदयाल पासवान, वीरेंद्र शर्मा, चंद्रमणि प्रसाद, अशोक शर्मा, रमाकांत सिंह, नंद जी पासवान, परशुराम यादव, रविंद्र सिंह, अरविंद चौधरी हैं।
आज बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जदयू के वरिष्ठ नेता भगवान सिंह कुशवाहा ने भूख हड़ताल सत्याग्रह कर रहे ग्रामीणों से मिलकर उनके सभी समस्याओं को सुनकर इस संबंध में भोजपुर जिलाधिकारी से बात किया। वहीं पूर्व मंत्री ने बतलाया कि भोजपुर जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा से बात करने पर बताया गया कि उदवंतनगर प्रखंड विकास पदाधिकारी को भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों के पास भेजा जा रहा है।
अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के नेतृत्व कर रहे जनता दल यू के युवा नेता उमेश कुशवाहा ने कहा कि जब आरा सासाराम छोटी लाइन चलता था। उस समय कसाप रेलवे स्टेशन का दर्जा प्राप्त था। लेकिन बड़ी लाइन बनने के बाद कसाप को रेलवे स्टेशन का दर्जा नहीं मिला। जबकि तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा कसाप को रेलवे स्टेशन का दर्जा दिलाने को लेकर प्रस्तावित रेलवे स्टेशन बना बनाया गया था। लेकिन आज तक कसाप को रेलवे स्टेशन का दर्जा नहीं मिला।
वहीं भूख हड़ताल पर बैठे व्यक्तियों ने बताया कि रेलवे स्टेशन बन जाने से करीब 20 गांवों सुल्तानपुर, कुशमा, बीरमपुर, श्रीरामपुर, मोरथ के साथ-साथ अन्य गांव के लोगों को रेलगाड़ी से आने-जाने में सुविधा होगा। लेकिन रेलवे प्रशासन के नजरअंदाज के चलते आज हमारे कसाप को रेलवे स्टेशन का दर्जा नहीं मिला।