मंसूरचक(बेगूसराय) ::-
मिन्टू झा :-
3 अक्टूबर 2019
गुरुवार
जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्रखंड क्षेत्र के साठा गांव बलान नदी के कछार पर है। जहां भक्ति, शक्ति और आस्था का केन्द्र माँ वैष्णवी दुर्गा मंदिर में नवरात्र पर दूरदराज से भक्त आते है।
यहां पर नवरात्रा में माता दुर्गा की फुलहाईस के बाद खोइछा भरने के लिए महिला श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है। हालांकि भक्तों की भीड़ यहां हमेशा बनी रहती है।
ग्रामीण बमभोली झा ने बताया कि साठा वाली वैष्णवी दुर्गा मंदिर 18 वी-19वी सताब्दी के आसपास स्थापित की गई थी। जानकारी के अनुसार सर्वप्रथम साठा के बलान नदी में माता दुर्गा की डोली चचरी नदी में भागते जा रहा था। इस अद्भुत लिला को भक्तों ने देखा और उसी वक्त उस डोली चचरी को नदी से निकाल कर साठा गांव लाया। उसी दिन से साठा गांव में माँ दुर्गा की पूजा अर्चना होने लगी। सूत्रों की मानो तो उस समय पूर्बजों की देखरेख में एक मिट्टी निर्मित मंदिर में माँ दुर्गा की पूजा की जाती थी।
वर्ष 2002 ई में गांव के एक भक्त की मनोकामनाए पूर्ण हुई तो उन्होंने माता दुर्गा की मंदिर का निर्माण करबाये। इस मंदिर में माँ दुर्गा की प्रतिमा में कोई बदलाव नही किया जाता है। हरवर्ष एक ही तरह की माँ दुर्गा की प्रतिमा बनाई जाती है। साठा वाली वैष्णवी दुर्गा माता के दरबार में आज तक कोई खाली हाथ नहीं लौटा है। जो भक्त सच्चे दिल से माँ से मन्नत मांगते हैं। उनको सबकुछ मिल जाता है।
साठा माँ दुर्गा मंदिर में पंडित दिबाकर झा, हरिचन्द्र झा मिथिला पद्धति से माता की पूजा आराधना करते हैं।श्रद्धालुओं की पूजा के लिए विशेष व्यवस्था होती है।जगत जननी के दरवार में जो भी सच्चे मन से माँ से मांगते हैं। उसकी मुरादे पूरी होती है। मंदिर परिसर में संध्या आरती, भजन कीर्तन का आयोजन होते रहता है।
यहां श्रद्धालुओं की भीड़ काफी उमड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का भी सहयोग रहता है। मंदिर आने वाले श्रद्धालु माँ की चुनरी-प्रसाद आदि चढ़ाकर पूजा करते हैं।माँ वैष्णवी सबकी मनोकामना पूर्ण करती है।
मंदिर के प्रति लोगों की अपरंपार श्रद्धा है। श्रद्धालुओं की भावना को देखते हुए मंदिर में विशेष सुरक्षा व्यवस्था रहती है। साफ-सफाई, प्रकाश व पेजयल की बंदोबस्त के लिए मेला परिवार तत्पर रहते है।
उपस्थित श्रद्धालु चन्द्रदेव झा, हरेराम चौधरी, शशि भूषण पोद्दार, अजीत झा, रामपुनित झा, मिन्टू झा, कुंदन शर्मा, सोनू झा, सिंटू कुमार, प्रभु पोद्दार, संतोष पोद्दार, चुलबुल शर्मा, सत्यम, शिवम आदि भक्त सक्रिय रहते है।