विजय कुमार चौधरी
18 जुलाई 2019
करेह नदी के जलस्तर में लगातार हो रही है। बढ़ोतरी के कारण नदी का पानी उफन कर खेतों से होते हुए सिरसिया गांव में प्रवेश करने लगा है।
गांव के लोग घर छोड़कर ऊंचे स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं। बताया जाता है कि यह गांव करेह नदी की पेटी में बसा हुआ है। इस कारण नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी का कारण प्रत्येक साल इस गांव में बाढ़ की समस्या व्याप्त हो जाती है।
इस स्थिति में इस गांव के लोग घर छोड़कर सिरसिया बांध के अलावा, मस्जिद व विद्यालयों की छतों पर शरण लेने को बाध्य होते हैं। प्रत्येक साल जुलाई से लेकर सितंबर तक 6 महीने या गांव बाढ़ के आगोश में रहता है।
इस दौरान सिरसिया गांव अस्थाई रूप से सिरसिया बांध पर बसा होता है। इस गांव को इसी साल 10 जनवरी को विभागीय तौर पर आपदा प्रभावित घोषित किया जा चुका है। इसके बावजूद भी लोगों की सहायता के लिए आज तक विभागीय तौर पर सहायता प्रदान करने के लिए कोई पहल नहीं किया जा रहा है।
अब तक विभागीय तौर पर नाव की व्यवस्था भी नहीं की गई है। इस कारण करेह नदी के पानी से ज्यादा, लोगों के मन में विभाग के प्रति निराशा व्याप्त है। ग्रामीणों में मतीन अहमद, मोहम्मद डब्ल्यू आदि का कहना है कि गांव के चारों तरफ नदी का पानी फैला हुआ है।
यदि जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी होती रही तो गांव जलमग्न हो जाएगा।
इसी स्थिति में प्रशासनिक तौर पर सहायता प्रदान करने के लिए पहल की जानी चाहिए। इस संबंध में सीओ आनंद चंद्र झा ने बताया कि सिरसिया में 4 नावो को भेजने की तैयारी पूरी कर ली गई है।