न्यूज़ डेस्क, बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
जिला स्तरीय युवा उत्सव 2025 का समापन आज प्रेक्षागृह सह आर्ट गैलरी, कंकौल, बेगूसराय में उत्साह और उमंग के साथ हुआ। अंतिम दिन मंचित दो नाटकों ने दर्शकों का मन मोह लिया। बी.पी.+2 विद्यालय के प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत ‘बहुरानी’ नाटक ने बहुरा की लोककथा को जीवंत कर दिया।
इसके बाद सांस्कृतिक विकास केंद्र सह उच्च माध्यमिक विद्यालय गोरगामा की ओर से ‘बकरी’ नाटक का सफल मंचन किया गया। दर्शकों के मनोरंजन के लिए जादू की प्रस्तुति भी दी गई, जिसने कार्यक्रम में अतिरिक्त उत्साह जोड़ा।

युवा महोत्सव के तीनों दिनों में युवाओं ने विविध सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत शास्त्रीय एवं लोक नृत्य, समूह नृत्य, एकल नृत्य, नाटक, स्किट, माइम, लोकगीत, समूहगान और शास्त्रीय संगीत जैसे कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। साहित्यिक कार्यक्रमों में भाषण, कविता लेखन, कहानी लेखन, मूर्ति कला और चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। आज अंतिम दिन विज्ञान मेला भी आयोजित किया गया, जिसमें युवाओं ने विज्ञान के क्षेत्र में नवाचार को प्रदर्शित किया।
समापन समारोह में विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पदाधिकारियों द्वारा मेडल और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री मनोज कुमार ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बेगूसराय का यह युवा महोत्सव यादगार रहा और युवाओं ने अपनी कला और प्रतिभा से जिले का गौरव बढ़ाया है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी श्रीमती रश्मि कुमारी ने सभी युवा प्रतिभाओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और कहा कि बेगूसराय कला और संस्कृति के क्षेत्र में लगातार तरक्की कर रहा है।
कला संस्कृति पदाधिकारी श्री श्याम सहनी ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए विजेताओं को शुभकामनाएं दीं और कहा कि बेगूसराय बिहार की सांस्कृतिक राजधानी है और यहां की युवा प्रतिभाएं कला और संस्कृति के क्षेत्र में अपनी मजबूत पहचान बना सकती हैं। उन्होंने युवा महोत्सव के सफल आयोजन के लिए कला संस्कृति विभाग, जिला प्रशासन, निर्णायकों, विभिन्न विद्यालयों और सभी सहयोगियों को धन्यवाद दिया।

प्रतिस्पर्धाओं के परिणामों में समूह गायन में एमआरजीडी महाविद्यालय बेगूसराय की रिया पंडित की टीम ने प्रभावशाली प्रस्तुति दी। तबला वादन में वेदांत कुमार ने प्रथम, आयुष राज ने द्वितीय और अभिनय कुमार ने तृतीय स्थान हासिल किया। हारमोनियम वादन में पुष्पांजलि को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ, वहीं बांसुरी वादन में विकास कुमार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। शास्त्रीय संगीत में दामिनी मिश्रा प्रथम, ध्रुव राज द्वितीय और आर्यन राज तृतीय स्थान पर रहे। एकल लोकगीत प्रतियोगिता में अंजली कुमारी प्रथम, कशिश कुमारी द्वितीय और प्रीति कुमारी तृतीय रहीं। एकल सुगम गीत में भगवती झा ने प्रथम और आर्या कुमारी ने द्वितीय स्थान हासिल किया। समूह लोकगीत में रिया और उनकी टीम ने प्रथम तथा कंचन और उनकी टीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। एकल लोकनृत्य में खुशी कुमारी को पुरस्कृत किया गया, जबकि समूह लोकनृत्य में साक्षी और उनकी टीम प्रथम तथा निशु और उनकी टीम द्वितीय स्थान पर रहीं।
साहित्यिक और कला प्रतियोगिताओं में कहानी लेखन में नवीन कुमार प्रथम, मुस्कान कुमारी द्वितीय और सुमन कुमार तृतीय स्थान पर रहे। कविता लेखन में मिलपि कुमारी प्रथम, अभिलाषा कुमारी द्वितीय और अमन कुमार तृतीय स्थान पर रहे। चित्रकला प्रतियोगिता में अर्णव चौहान ने पहला स्थान प्राप्त किया, अंशु कुमार और जिज्ञासा कुमारी ने दूसरा तथा आशिकी और पूजा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। हस्तशिल्प प्रतियोगिता में स्मित राठौर ने प्रथम, मोनी और आइस्ता प्रवीण ने द्वितीय और जिज्ञासा व रवीना ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। मूर्तिकला में आशीष रंजन प्रथम, अन्नू और नीतीश द्वितीय तथा भोला और सन्नी तृतीय स्थान पर रहे। फोटोग्राफी में राम कुमार को प्रथम स्थान मिला।
नाटक प्रतियोगिता में बी.पी.+2 विद्यालय की टीम प्रथम और उच्च माध्यमिक विद्यालय गोरगामा की टीम द्वितीय स्थान पर रही। नवाचार विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी में रामधारी सिंह दिनकर अभियंत्रण महाविद्यालय की श्रुति, रूपम और अभिरंजन की टीम प्रथम स्थान पर रही, जबकि मयंक, निधि, निशा और दुष्यंत की टीम ने द्वितीय तथा अभिमन्यु कुमार की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
तीन दिवसीय यह आयोजन युवाओं की रचनात्मकता, प्रतिभा और नवाचार का शानदार मंच बना और बेगूसराय की सांस्कृतिक धरोहर को और समृद्ध किया।

