न्यूज डेस्क, बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
अपने धरोहर को संभाल कर रखना और सम्मान की दृष्टि से देखना ही नहीं बल्कि सम्मान देना भी हमारे संस्कारों में रचा बसा है। इसको अपने बच्चों पर कैसे कायम रखें और उनको इसके प्रति कैसे जागरूक बनाए, यह आज माउंट लिट्रा विद्यालय के प्रांगण में देखने को मिला। जहां विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस बड़े उत्साह और भावनात्मक माहौल में मनाया गया। इस विशेष अवसर पर विद्यालय के नन्हें-मुन्ने बच्चों ने अपने दादा-दादी और नाना-नानी को मुख्य अतिथि के रूप में सम्मानित किया।
बच्चों की स्नेहभरी प्रस्तुतियाँ देखकर दादा-दादी की आँखें नम हो गईं। इस कार्यक्रम ने बच्चों को यह सिखाया कि वरिष्ठ नागरिक केवल परिवार की धरोहर ही नहीं, बल्कि संस्कारों और अनुभवों का जीवंत ख़ज़ाना हैं।
घर हो या विद्यालय, हर जगह उनका सम्मान करना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। वे ही वह कड़ी हैं जो पीढ़ियों को जोड़कर रखते हैं।
विद्यालय के निदेशक डॉ. मनीष देवा ने कहा,
“वरिष्ठ नागरिक हमारे जीवन का प्रकाशस्तंभ हैं। उनका अनुभव हमारे लिए अमूल्य है, और बच्चों को उनसे सीख लेकर जीवन के सही मार्ग पर चलना चाहिए।”
वहीं विद्यालय की प्राचार्या डॉ. शीतल ने कहा,
“बुज़ुर्ग हमारे परिवार की जड़ें हैं। उनकी सेवा और सम्मान ही सच्ची शिक्षा है। हमें अपने बच्चों में यह संस्कार डालना चाहिए कि वे हमेशा अपने दादा-दादी का आदर करें और उनसे जुड़ाव बनाए रखें।”
इस तरह, यह दिवस केवल एक उत्सव नहीं बल्कि बच्चों और बड़ों के बीच प्रेम, सम्मान और पीढ़ियों को जोड़ने का सुन्दर पुल बन गया।