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जमीनी विवाद में पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई का लगाया आरोप, पुलिस अधीक्षक को दिया आवेदन

 

@ पुलिस के द्वारा मारपीट कर आंख की रोशनी छिनने का लगाया आरोप

न्यूज डेस्क, बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।

बेगूसराय जिले के चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत जमीनी विवाद में अजीबोगरीब पुलिस का कार्रवाई चर्चा का विषय बना हुआ है। 20 मई की रात्रि में जमीनी विवाद का निष्पादन करने चेरिया बरियापुर थाना पुलिस स्थल पर पहुची। लेकिन पुलिस के रवैया को देखकर सभी अचंभित हो गए एवं पीड़ित परिवार सहित आम जन मानस में पुलिस प्रशासन के प्रति जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है।

खबरों के अनुसार इस मामले में पीड़ित मो अमजद अली के 40 वर्षीय पुत्र फिरोज आलम ने बेगूसराय जिला पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है। जिला पुलिस कप्तान को सौंपे आवेदन में पीड़ित फिरोज ने बताया है कि 20 मई की रात्रि लगभग साढ़े दस बजे चेरियाबरियापुर थाना पुलिस मेरे घर पहुंची तथा न्यायालय में लंबित जमीनी विवाद मामले को लेकर संबंधित जमीन खाली कराने का दबाव बनाने लगी। इस संबंध में मेरे द्वारा बताया गया कि उक्त विवादित जमीन से संबंधी मामला न्यायालय में लंबित है। न्यायालय से जो भी फैसला आएगा हम लोग उसे मानने के लिए तैयार हैं। इसी बात पर आक्रोशित होकर पुलिस प्रशासन आग बबूला हो गई तथा कहने लगी कि तुम लोग हमें कानून सिखाओगे। इसके उपरांत पुलिस के द्वारा मेरे साथ मार-पीट शुरू कर दिया गया तथा पिटाई करते हुए थाना परिसर लाया गया। इसके उपरांत परिजनों द्वारा जब थाना पर पहुंच कर किस कांड में पिटाई करते हुए घर में घुसकर रात्रि साढ़े 10 बजे थाना पर लाने की बात पूछा गया, तो पुलिस के द्वारा मुझे घर भेज दिया गया।

आपको बता दें कि घटना के दिन शाम में लगभग 05 बजे पुलिस 112 की टीम भी मौके पर पहुंची थी तथा उक्त मामला न्यायालय में लंबित होने की बात सुनकर वापस लौट गई थी। परंतु चेरिया बरियापुर थाना पुलिस के द्वारा दूसरे पक्ष से प्रभावित होकर दबाव बनाने की नीयत से मेरे साथ बदसलूकी एवं मेरे मान सम्मान के साथ खिलवाड़ किया गया है। चूंकि विपक्षी पार्टी थाना के ठीक सामने इंडिया रेडिमेड की दुकान चलाता है तथा उक्त दुकान की आड़ में अवैध शराब का धंधा करता है। जो पूरे पंचायत में जगजाहिर है। इसी कारण वश विपक्षी के मेल में आकर पुलिस के द्वारा इस तरह के कृत को अंजाम दिया गया है। वहीं पीड़ित ने बताया है पुलिसिया कार्रवाई से मेरी आंख की रोशनी गायब हो गयी है। रात्रि लगभग पौने 12 बजे इलाज कराने के उपरांत सीएचसी चेरिया बरियापुर के द्वारा बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया गया। परंतु सदर अस्पताल में नेत्र चिकित्सक ने गंभीर स्थिति को देखते हुए पटना रेफर कर दिया है। फिलहाल उक्त घटनाक्रम को लेकर पुलिस प्रशासन के प्रति पीड़ित परिवार सहित आम लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है। वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि पुलिस के ऊपर लगाया गया आरोप बिल्कुल निराधार एवं बेबुनियाद है। दूसरे पक्ष के द्वारा आवेदन दिया गया था, जिसकी जांच करने के लिए पुलिस स्थल पर गयी थी।
अब यह मामला वरीय अधिकारी के नजर में है। आवेदन दिया गया है। सही कारण क्या है वह जांच के उपरांत ही पता चल पाएगा।

By National News Today

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