न्यूज़ डेस्क, बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
गढपुरा नमक सत्याग्रह गौरव यात्रा समिति के तत्वावधान में, आगामी पदयात्रा के आयोजन की योजना पर विचार-विमर्श हेतु एक बैठक आयोजित किया गया। मारवाड़ी धर्मशाला, गढपुरा बाजार में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता समिति के कोषाध्यक्ष सुशील कुमार सिंघानिया ने किया और संचालन मुकेश विक्रम यादव ने किया ।
इस बैठक में उपस्थित लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम की अनमोल विरासत और आधुनिक बिहार के निर्माता “बिहार केसरी” डॉ.श्रीकृष्ण सिन्हा( श्रीबाबू) की कर्मभूमि- गढपुरा के ऐतिहासिक व गौरवशाली नमक सत्याग्रह स्थल की गरिमा को वर्तमान व आनेवाली पीढ़ियों के लिए समिति के द्वारा वर्ष 2011 से निरंतर किये जा रहे प्रयासों पर प्रसन्नता जाहिर किया । साथ ही साथ 22 दिसंबर, 2013 को “नमक सत्याग्रह नमन यात्रा” के दौरान उनके कर कमलों से हुये शिलान्यास के 14 वर्ष बाद भी अधिग्रहित भूमि का टेकओवर नहीं होने से घोर आश्चर्य और गहरा दुख व्यक्त किया ।
सुशील कुमार सिंघानिया ने कहा कि हमसब वर्ष 2012 से लगातार 05 दिवसीय, लगभग 100 किलोमीटर लंबी पदयात्रा कर देश के भविष्य, अपने नौनिहालों की खातिर अलख जगा रहे हैं । उन्होने कहा कि गढपुरा से दांडी , मुम्बई, दिल्ली , सूरत, बड़ौदा, जयपुर, लखनऊ, गोरखपुर सहित बिहार के सभी 38 जिला सहित, झारखंड के कुछ जिलों में भी बिहार केसरी “श्रीबाबू” को भारत रत्न सम्मान से सम्मानित करवाने हेतु “बिहार केसरी- भारत रत्न सम्मान अभियान” रथयात्रा के माध्यम से जनजागृति सह जनभागीदारी कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
समिति के प्रयासों के परिणामस्वरूप इस पावन स्थल पर राज्य के तत्कालीन उप मुख्यमंत्री ,दो-दो मुख्यमंत्री ,दर्जनों मंत्री, सांसद, विधायक, विधान पार्षद व वरिष्ठ अधिकारीगण यहां पधारे हैं। पर पर स्थिति यथावत ही है।
समिति के महासचिव व सन 1930 में “बिहार केसरी” डॉ.श्रीकृष्ण सिन्हा (श्रीबाबू) के नेतृत्व में हुये गढपुरा ऐतिहासिक नमक सत्याग्रह में नमक बनाने वाले सेनानी बुद्धू (महतो) नोनियां के परिवार के सदस्य रमेश महतो ने राज्यपाल महोदय के द्वारा एक विशेष एक्ट के तहत अधिसूचना जारी कर, नमक सत्याग्रह स्मारक निर्माण हेतु भूमिअधिग्रहण कर लिए जाने के 12 वर्ष बाद भी 12 इंच जमीन उपलब्ध नहीं कराये जाने पर किसी साजिश का अंदेशा जताया । उन्होंने सरकार और सिस्टम को इसके लिए जिम्मेदार बताते हुये अविलंब सकारात्मक कदम उठाए जाने की मांग की।
सचिव मुकेश विक्रम यादव ने सरकार और सिस्टम के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों की उदासीनता, निष्क्रियता और उपेक्षापूर्ण रवैय्या को, आजादी के आंदोलन के गवाह रहे इस पावन स्थल और आजादी के दीवाने हमारे जांबाज पुरखों की विरासत के अस्तित्व पर संकट उत्पन्न किया जा रहा है । यह दुर्भाग्यपूर्ण है,अविलंब सकारात्मक पहल होना चाहिए।
शिक्षक संजय झा ने यहां आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों को और ज्यादा व्यवस्थित और बेहतर रुप से आयोजित करने पर बल दिया ।
संस्थापक सह राष्ट्रीय महासचिव राजीव कुमार ने भी उपस्थित लोगों की भावनाओं के साथ अपनी सहमति व्यक्त की । तथा गढपुरा व जिलेवासियों से समर्थन, सहयोग , सहभागिता और मार्गदर्शन हेतु विनम्र निवेदन किया ।
उपस्थित लोगों ने मौन सत्याग्रह, अनिश्चितकालीन सत्याग्रह, प्रमंडल-अनुमंडल-प्रखंड सत्याग्रह, सड़क सत्याग्रह और गत वर्ष स्थल पर सत्याग्रह के बाद,विरोध स्वरूप और निवेदन हतु इस वर्ष 17 अप्रैल को मुंगेर से पांव-पैदल गढपुरा नमक सत्याग्रह गौरव यात्रा की जगह गुजरात जाकर साबरमती आश्रम, दांडी नमक सत्याग्रह स्थल तथा दिल्ली जाकर सांकेतिक सत्याग्रह करने व यथासंभव कोशिश कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, नेता प्रतिपक्ष, संबंधित विभाग के मंत्रीगण व बिहार-ज्ञारखंड के सांसदों- मंत्रियो , प्रतिष्ठित लोगों से मिलकर ज्ञापन देकर, इस पावन स्थल की गरिमा को पुनर्स्थापित करने के प्रयासों को संबल प्रदान करने व आगामी पदयात्राओं में शामिल होने हेतु विनम्र निवेदन करेगा ।
इस अवसर पर शिक्षक धर्मनारायण झा, विशुनदेव पासवान सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।