बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
21 वें बेगूसराय जिला सम्मेलन के दूसरे दिन एआईएसएफ के प्रतिनिधि सत्र की शुरुआत राष्ट्रीय अध्यक्ष शुभम बनर्जी के द्वारा झंडोत्तोलन के साथ की गई। संगठन के प्रतिनिधि सत्र की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अमरेश कुमार, अप्सरा कुमारी एवं मोहम्मद हशमत बालाजी के संयुक्त अध्यक्ष मंडली के द्वारा किया गया। संगठन के सदस्यों ने शोक प्रस्ताव लाकर बीते 2 वर्षों में दुनिया से विदा हुए सामाजिक आंदोलन में शामिल कार्यकर्ताओं, देश की हिफाजत में शहीद हुए जवानों को 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
जिला सचिव राकेश कुमार के द्वारा सांगठनिक प्रतिवेदन एवं जिला अध्यक्ष अमरेश कुमार के द्वारा राजनीतिक प्रतिवेदन पेश किया गया। जिस को सभी अंचलों एवं कॉलेज कमेटी के नेतृत्वकारी साथियों के जवाबी बहस के बाद सर्वसम्मति से पारित किया गया।
एआईएसएफ जिला सम्मेलन के प्रतिनिधि सत्र को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुभम बनर्जी ने कहा कि बेगूसराय वाम जनवादी ताकतों का केंद्र रहा है और बीहट को लेनिनग्राड कहा जाता है। इस इतिहास को बरकरार रखने के लिए ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन बेगूसराय के सम्मेलन में बनाए गए नए नेतृत्व की जवाबदेही है।
राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर के नाम पर विश्वविद्यालय की स्थापना बेगूसराय के आम छात्रों की मांग है जिस पर सरकार को मानना चाहिए। देश शिक्षा को बर्बाद करने वाले नई शिक्षा नीति 2020 को वापस कराने के लिए गांव-गांव, कस्बों-कस्बों से छात्रों को एकत्रित होने की जरूरत है।
संगठन के प्रतिनिधि सत्र को राज्य अध्यक्ष अमीन हमजा, बेगूसराय प्रभारी सह राज्य उपाध्यक्ष रजनीकांत यादव, नेता शंभू देवा ने भी संबोधित किया। सत्र के दौरान ही एआईएसएफ के पूर्व छात्र नेताओं एवं संगठन को सहायता करने वाले 30 पत्रकारों को सम्मानित किया गया। संगठन के 51 सदस्यीय नए जिला परिषद का सर्वसम्मति से गठन हुआ।