बछवाडा़ (बेगूसराय) ::~
राकेश यादव ::–
भरौल बहियार में भीषण अग्निकांड के कारण दर्जनों किसानों के लगभग पैंतीस बीघे में लगी गेहूं की फसल जलकर राख हो गयी।
आज मंगलवार की दोपहर कड़ी धुप में कुछ किसान उक्त बहियार में फसल कटाई करवा रहे थे। इसी क्रम में अचानक कुछ मजदूरों ने एक खेत से आग की लपटों को उठते देख शोर मचाते हुए भागने लगे। कटाई कर रहे सैकड़ों मजदूरों के शोर एवं बहियार की तरफ से उठते तेज धुंए को देख आसपास के गांवों से ग्रामीण बहियार की तरफ दौड़ पडे। ग्रामीणों के जुटने तक आग अपनी विकराल रूप धारण कर चुकी थी और अनियंत्रित हो चुकी थी। आनन-फानन मे कुछ किसानों ने ट्युवेल पम्प सेट चलाकर आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे थे। मगर ग्रामीणों का यह प्रयास आग पर काबू पाने के लिए उंट के मुंह मे जीरा साबित हो रहा था। आखों के सामने जलते फसलों को देख छाती पिटने के अलावा और कोई रास्ता किसानों के पास नहीं था।
मगर भगवान् का लाख लाख शुक्र था कि अचानक हीं बारिश होने लगी। बारिश एवं ओले गिरने के कारण के कारण आग स्वतः थम गयी। भले ओले गिरने से गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है लेकिन इस अग्निकांड से होने वाले नुकसान से कम ही है।
समाचार प्रेषण तक आग लगने के कारण का खुलासा नहीं हो सका था। किन्तु ग्रामीणों ने शार्ट सर्किट के कारण अग्निकांड होने की आशंका जाहिर की है। इस भीषण अग्निकांड मे दिलीप पासवान,रमेश ईश्वर, बचौल ईश्वर, रामसेवक ईश्वर, महाकांत ईश्वर, लालबहादुर ईश्वर, बाबू प्रसाद ईश्वर सहित अन्य किसानों की फसल एवं सात माह की कड़ी मेहनत आग की भेंट चढ़ गयी।
आग थमने के घंटों बाद बहियार मे पहुँची दमकल की गाड़ी के चालक एवं दमकल कर्मीयों को भी ग्रामीणों के कोप का शिकार होना पडा़।