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बाल दिवस के रूप में 133वीं जयन्ती मनाई गई भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की

बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।

शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति कार्यालय में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की 133वी जयंती मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की।

अपने संबोधन में शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि नेहरू जी का जन्म 14 नवंबर 1889 ईस्वी को इलाहाबाद के आंनद भवन में हुआ था। वे अपने पिता मोती लाल नेहरू के दुलारे तो थे ही साथ में वे जनता के भी प्यारे थे। ऐसे महान नेता जवाहरलाल नेहरू की मृतु 1964 को हो गया। वे लंदन में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद 1912 में स्वाधीनता आंदोलन में भाग लिए और उनका नेतृत्व किया। उन्हें भारत रत्न से भी संबोधित किया गया था।

साहित्यकार चंद्रशेखर चौरसिया ने कहा कि नेहरू जी देश के बच्चों के लिए प्रिय थे। इसलिए उनका जन्म दिवस बाल दिवस के रुप में मनाया जाता है। उन्होंने खासकर पंचशील के सिद्धांत को लागू किया था। मैं ऐसे महान पुरुष को सत सत नमन करता हूं।

दधिचि देहदान समिति के जिला अध्यक्ष सुशील कुमार राय ने कहा कि नेहरू जी आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे। वे स्वभाव से सरल, सहज और सुलभ थे किंतु देश की शासन व्यवस्था को सुदृढ़ रखने में कठोर बन रहे।

फिल्म निर्देशक अरविंद पासवान ने कहा कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने और देश को आगे बढ़ाने की कसम खाए। ऐसे महान पुरुष को सत सत नमन।

इस अवसर पर महिला सेल सचिव सुनीता देवी ने कहा कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आज जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए बच्चों के प्रिय चाचा नेहरू को मेरा शत-शत नमन।

इस अवसर पर जेपी सेनानी जिला अध्यक्ष राजेंद्र महतो , बरौनी के शिक्षक मुकेश झा,छात्र अंकित कुमार पाठक, अभिषेक कुमार पाठक, ज्ञान चंद्र पाठक, खुशी सिंह, आंचल कुमारी, बालबोध अनाया गौतम आदि बच्चों ने चाचा नेहरू के जन्म दिवस को मनाया और उनको याद किया।

By National News Today

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