@ पहले नारी का सशक्तिकरण तब राष्ट्र का सशक्तिकरण : आचार्य योगेश भारद्वाज
गढ़हरा(रवि शंकर झा)।।
बरौनी प्रखंड अंतर्गत बारो स्थित आर्य समाज मंदिर अभेदानन्द आश्रम बारो के 87वां वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य पर आयोजित चार दिवसीय सम्मेलन के दूसरे दिन शुक्रवार की शाम महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया।
दूसरे दिन के कार्यक्रम का उद्घाटन निरामया हॉस्पीटल बेगूसराय के निदेशक मेजर डॉ रवि शंकर सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने व महिलाओं के उत्थान में भागीदारी देने वाली विदुषी डॉ ममता आर्य ने कहा कि महिलाओं को आगे आकर संसार, देश के कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए।
महिला सम्मेलन के मौके पर आगत अतिथि डॉ रवि शंकर सिंह, विदुषी डॉ ममता, महिला व बच्चों के साथ होने वाली घटनाओं की रोकथाम व उससे लड़ने वाली पॉस्को एक्ट के अधिवक्ता मनीषा साहू ,एलआईसी अधिकारी संगीता कुमारी, योगाचार्य निभा आर्या, रिटायर्ड बैंकर्स उमाशंकर ठाकुर, आरएसएस बेगूसराय के जिला प्रचारक जितेश कुमार आदि को माला पहनाकर स्वामी दयानंद द्वारा लिखित पुस्तक सत्यार्थप्रकाश देकर सम्मानित किया गया।
महिला सम्मेलन के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से आये वैदिक प्रवक्ता आचार्य योगेश भारद्वाज ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में नारियों की भूमिका अहम माना गया है। वेद के अनुसार नारी का सशक्तिकरण होगा तब राष्ट्र का सशक्तिकरण होगा। उन्होंने कहा कि श्रीराम को बनाने में माता कौशल्या, श्री कृष्ण को बनाने में माता यशोदा की भूमिका रही है। भगत सिंह के उत्साहबर्द्धन में उनकी माता जी का स्नेह रहा है। इसलिए माता शब्द सर्वोपरि है।
इसके पूर्व आर्य समाज के वार्षिकोत्सव के तीसरे दिन कार्यक्रम की शुरूआत दैनिक यज्ञ से हुआ। वहीं सम्मेलन के अवसर पर उत्तरप्रदेश के बिजनौर से पधारे वैदिक भजनोपदेशक पंडित योगेश दत्त आर्य, यूपी के बरेली से पधारे पंडित सत्यदेव शास्त्री, दानापुर से आये पंडित सत्य प्रकाश शास्त्री, गढ़हरा के निभा आर्य ने अपने मधुर भजनों की प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं वक्ताओं ने कहा कि पश्चिमी सभ्यता हमारे ऊपर हावी हो रहा है।
वैदिक सभ्यता को नजरअंदाज करने से अधिकतर महिलाओं में लोक लाज खत्म हो रहे हैं, फैशन के कारण कम कपडे पहनने, मोबाइल से चिपके रहने,संस्कृत व हिंदी भाषा से ज्यादा अंग्रेजी को ज्यादा महत्व देने आदि से पारिवारिक व सामाजिक दूरियां बढ़ रही है।इस कारण नारियों के साथ आपराधिक घटनाएं भी होती है।
मौके पर सन्यासी नित्यानंद सरस्वती(पटना), जिला प्रधान शिवजी आर्य, डॉ सुधीर पासवान,आचार्य अरुण प्रकाश आर्य,भूपेंद्र आर्य, कैलास आर्य,जितेंद्र कुमार,सुधीर आर्य,मनोज आर्य,धर्मेन्द्र आर्य,राजन आर्य,राजेन्द्र आर्य,संतोष आर्य,संजीव आर्य,रामविलास साह,प्रमोद कुमार,अजय कुमार समेत बिहार के विभिन्न जगहों से आये लोगों ने वैदिक ज्ञान को सुनकर भक्तिमय रस का आंनद उठा रहे हैं।