संवाद सहयोगी, तेघड़ा (बेगूसराय): बेगूसराय जिले में बेखौफ अपराधियों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। तेघड़ा प्रखंड के धनकौल पंचायत के सरपंच मीना देवी के घर पर शुक्रवार की रात अपराधियों ने घर पर चढ़कर अंधाधुंध फायरिंग किया। जिससे सरपंच के छोटे बेटे की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जबकि बड़ा बेटा गंभीर रूप से जख्मी हो गया है।
खबरों के अनुसार घटना तेघड़ा थाना अंतर्गत धनकौल पंचायत के बनहारा गांव की है। स्थानीय लोगों ने बताया कि रात के करीब 11 बजे के बीच 8 से 10 की संख्या में हथियार से लैस अपराधी सरपंच मीना देवी के घर पर पहुंचा। बदमाशों ने घर के सामने लगी ट्रैक्टर को ले जा रहा था। जिसमें अपराधियों के द्वारा घर पर खड़े ट्रैक्टर को स्टार्ट करके गाड़ी का एक्सलेटर जोड़ से झार रहा था। जिससे घरवालों की नींद टूटी और घर के सदस्य ट्रैक्टर के पास पहुंचा। उतने में ही अपराधियों द्वारा अंधाधुंध गोली चलाई गई। जिससे सरपंच मीना देवी के दोनों पुत्र को गोली लगा। जिससे 30 वर्षीय छोटा पुत्र अवनीश राय कि मौत घटनास्थल पर ही हो गया। वही दूसरा बड़ा पुत्र 33 वर्षीय रजनीश कुमार को पेट में गोली लगने से बुरी तरह से जख्मी हो गया।
पति सुबोध राय को भी अपराधियों ने हाथ तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलने के दो घंटे बाद तेघड़ा डीएसपी ओम प्रकाश के नेतृत्व में तेघड़ा थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ने घटनास्थल पर से तीन जिंदा कारतूस एवं तीन खोखा बरामद किया। मृत अवनीश की लाश को पुलिस ने अपने कब्जे में कर के बेगूसराय सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा। दोनों घायल पिता और पुत्र को बेगूसराय निजी नर्सिंग होम में भर्ती करवाया गया।
घटना के बाद मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है, परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। वहीं बनहारा गांव में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है। मृतक अवनीश की दो छोटी छोटी पुत्री है। वहीं जख्मी रजनीश कुमार को एक पुत्र और एक पुत्री है।
सरपंच मीना देवी जो प्रखंड सरपंच संघ के उपाध्यक्ष भी हैं। घटना की सूचना मिलते ही सरपंच संघ के प्रखंड अध्यक्ष हीरालाल, सचिव प्रतिनिधि ललित कुमार के अलावे सैकड़ों की संख्या में मृतक के घर पर लोगों का हुजूम लगा हुआ है। सरपंच मीना देवी ने बताया कि इससे पहले भी अपराधियों ने 8 फरवरी 2001 को सुबोध राय के मंझला भाई रामाधार राय को धनकौल के मेडिकल पर संध्या सात बजे अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। फिर घटना के एक साल बाद उनके बड़े भाई जनार्दन राय तथा उनके चचेरे भाई सुधार राय की भी हत्या अपराधियों द्वारा किया गया था।
उन्होंने बताया कि हथियारबंद अपराधी हत्या के नियत से ही पहुंचा था। ट्रैक्टर ले जाना सिर्फ बहाना था। तीन माह पहले सुबोध राय के मझले भाई स्व रामाधार राय के लड़का अजय राय का ट्रैक्टर चोरी की गई थीं। जिसका आवेदन तेघड़ा थाना में दिया गया, लेकिन अभी तक तेघड़ा थाना के द्वारा कोई भी करवाई और जांच पड़ताल भी नहीं की गई। इससे परिवार के लोग भयभीत है।