बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
देशरत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की 7 वीं स्मृति दिवस शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति द्वारा सुखदेव नगर (सर्वोदय नगर) में मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की।
अध्यक्षीय संबोधन में अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि अब्दुल कलाम का जन्म तमिलनाडु के एक मछुआरे के परिवार में हुआ था। उन्होंने देश का पहला स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपास्त्र बनाने का काम किया। इनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को हुआ। वे भारत के 11वें राष्ट्रपति बने, आज ही के दिन उनकी मृत्यु हो गयी। भारत के ऐसे कई महान वैज्ञानिक है जिसमें से आर्यभट्ट, अशोक सेन, जगदीश चंद्र बसु, गोपाल चंद्र भट्टाचार्य, हरगोविंद खुराना, होमी जहांगीर भाभा, जयंत विष्णु नारलीकर, प्रफुल्ल चंद्र, एपीजे अब्दुल कलाम, सी०वी रमन, मेघनाथ साहा, सुभाष मुखोपाध्याय, श्रीनिवास रामानुजम, वेंकटरमन रामाकृष्णन, विक्रम साराभाई, भिलाई नूर रामाचंद्र, जैसे कई वैज्ञानिक हैं।ऐसे महान वैज्ञानिक को सत सत नमन ।
इस अवसर पर मोहम्मद कमर जावेद ने कहा कि अब्दुल कलाम 1962 में इसरो में आए और कई उपग्रह परियोजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानी भारत के पूर्व राष्ट्रपति को शत-शत नमन।
इस अवसर पर मोहम्मद असरार अहमद ने कहा कि आज ही स्मृति दिवस के रूप में हम सबको याद करते हैं। ऐसे वैज्ञानिक, पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद को मैं पार्टी की ओर से शत-शत नमन करता हूं। इस अवसर पर सुरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि एपीजे अब्दुल कलाम हमारे भारत के 11वें राष्ट्रपति बनकर देश का नाम रोशन किया। और वैज्ञानिक क्षेत्र में विश्व में नाम रोशन किया। ऐसे महान पुरुष अब्दुल कलाम आजाद को शत-शत नमन।
इस अवसर पर महिला सेल सचिव सुनीता देवी ने कहा कि अब्दुल कलाम आजाद देश के ऐसे राष्ट्रपति थे ,जिन्होंने हिंदू, मुस्लिम ,सिख ,ईसाई सब को मिलाकर चलना सिखाया। और राष्ट्रपति रहते हुए भी उन्होंने गरीबों की सेवा की।
इस अवसर पर जेपी सेनानी के जिला अध्यक्ष अधिवक्ता राजेंद्र महतो, छात्रा आंचल कुमारी, अनाया कुमारी, मोहम्मद रहवर, छात्र मोहम्मद कर्ष, छात्र मोहम्मद राशिद, मोहम्मद दिलशाद अनेकों ने एपीजे अब्दुल कलाम जी को याद किया।