गढ़हरा, बेगूसराय, रवि शंकर झा।।
जब किसी क्षेत्र में दिल लग जाये तो उसकी शिखर को छूने में समय नही लगता। इस कृतार्थ को सिद्ध करने वाले बरौनी प्रखंड के छोटे से मुहल्ला गढ़हरा निवासी सुनील सिंह के पुत्र ऋषिकेश सिंह हैं। जो फुटबॉल के क्षेत्र में परचम लहरा रहे हैं। यह एक अनुभवी खिलाड़ी हैं। इन्होंने बिहार और उत्तराखंड में महत्वपूर्ण मैच खेले हैं। हाल ही में ऋषिकेश सिंह को अल्फा स्पोर्ट्स एकडेमी का कोच बनाया गया।
राजधानी पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में सोमवार को बिहार राज्य खेल प्राधिकरण और अल्फा स्पोर्ट्स के बीच एक MoU साइन किया गया, जिसमें अल्फा स्पोर्ट्स एकेडमी बिहार के फुटबॉल खिलाड़ियों को अगले 1 साल तक प्रशिक्षित करेगा। टायलेंटेड बच्चों को यूरोप भेजा जाएगा।
इन खिलाड़ी बच्चों को एक साल के दौरान राष्ट्रीय टीम के लिए तैयार किया जाएगा। बिहार मेगा ट्रायल को लेकर फुटबॉल खिलाड़ी भी तैयारी में जुटे गए हैं। चयनित खिलाड़ी 2023 में यूरोप में आयोजित खेल में भाग लेंगे। वहीं यूरोप से बिहार आये प्रो ग्लोबल सॉकर लीग के स्काउट्स कृष व जिम्मी एवं अल्फा स्पोर्ट्स एकडेमी के कोच ऋषिकेश सिंह ने पटना में बच्चों का ट्रायल लिया।
वहीं यूरोप से आये कृष जिम्मी भी पटना में चयनित खिलाड़ी के प्रतिभा को देखकर मार्गदर्शन दिया। इस ट्रायल में बिहार स्पोर्ट्स के डीजी रविन्द्र शंकरण, अल्फा स्पोर्ट्स के डायरेक्टर सुमित प्रकाश, इंडिया खेलो फुटबॉल से पाणीभूषण आदि उपस्थित थे। मालूम हो कि दो साल पूर्व ऋषिकेश कुमार का चयन देहरादून फुटबॉल एकेडमी में हुआ था। वहाँ के मुख्य कोच वीरेंद्र सिंह रावत ने ऋषिकेश का चयन किया था।
देहरादून फुटबॉल एकेडमी के लिए चयनित होने वाले बिहार के पहले खिलाड़ी ऋषिकेश कुमार थे। ऋषिकेश को फुटबॉल के प्रति इतना लगाव था कि उन्होंने गाँव के बच्चे को प्रशिक्षण देना शुरू किया। कुछ दिन के बाद उन्होंने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के तहत कोचिंग लाइसेंस का परीक्षा पास कर फुटबॉल कोच बने। फिर उन्होंने पटना के एक निजी फुटबॉल एकेडमी में कोचिंग देने लगे।
ऋषिकेश सिंह से कोचिंग लेकर आज खिलाड़ी बड़े-बड़े क्लब एवं स्टेट टीम में अपना प्रतिभा दिखा रहे हैं। साथ ही उन्होंने बिहार राज्य महिला फुटबॉल लीग में अपना टीम बनाये। जिसमें तीसरे स्थान पर रहे। इसी क्रम में उन्हें बिहार फुटबॉल एसोसिएशन का टेक्निकल मैनेजर भी बनाया गया। फिर से प्रशिक्षण शुरू करने के बाद अल्फा स्पोर्ट्स एकेडमी से अच्छा प्रस्ताव आने पर उन्होंने वहाँ ज्वाइन किये।
अब वहाँ बिहार स्पोर्ट्स अथॉरिटी के अंतर्गत बिहार के फुटबॉल खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देंगे। ऋषिकेश सिंह को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। अब वो अपना भविष्य एक कोच और प्रबंधक के रूप में देख रहे हैं। गुरुवार की शाम गढ़हरा में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान अल्फा स्पोर्ट्स एकेडमी के कोच एवं बिहार फुटबॉल एसोसिएशन के टेक्निकल मैनेजर ऋषिकेश सिंह ने बताया कि बिहार सरकार फुटबॉल खिलाड़ियों को नया अवसर देने की तैयारी में जुट गए हैं। विदेशी कोच एवं अल्फा स्पोर्ट्स के कोच बिहार के फुटबॉल खिलाड़ियों को तराशेंगे और उन्हें प्रशिक्षित करेंगे।



