बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
सादगी ,सरलता, विनम्रता, शालीनता के प्रतिमूर्ति, गुदरी के लाल और हम सबों के पथ प्रदर्शक वासुदेव बाबू की 9वीं स्मृति दिवस शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति, सुखदेव सभागार सर्वोदय नगर बेगूसराय में मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की।
अध्यक्षीय संबोधन में शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि वासुदेव बाबू का जन्म बेगूसराय जनपद के बासुदेवपुर चंद्रपुरा में 18 जनवरी 1932 ईस्वी को हुआ था और मृत्यु आज ही के दिन 2013 को हो गई। वासुदेव बाबू 1992 तक बेगूसराय के विधायक रहे और उसके बाद दरभंगा क्षेत्र के विधान परिषद भी मरणोपरांत तक रहे, ऐसे महान विधान परिषद को शत शत नमन।
इस अवसर पर माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयुक्त सचिव डॉ सुरेश प्रसाद राय ने कहा की बेगूसराय के शैक्षिक और राजनीतिक पटल पर सुलझे हुए मसीहा थे। वह विचार से मार्क्सवादी और भाव से गांधीवादी थे। वासुदेव की आकस्मिक निधन से शिक्षा जगत में शून्यता आ गई है। इस सुनता को भरने के लिए मिलकर भविष्य में कोई संभावना नहीं दिखाई पड़ती है। ऐसे महान पुरुष को मेरा सत सत नमन।
इस अवसर पर डॉ शशि भूषण शर्मा ने कहा कि बासुदेव बाबू अपनी मृदुल स्वभाव और कर्तव्यनिष्ठा के कारण संपूर्ण बिहार प्रांत के शिक्षक कर्मियों प्रिय थे और वह हमेशा बुनियादी सवाल करते थे। ऐसे महान पुरुष को मेरा सत सत नमन।
नगर निगम के पूर्व मेयर आलोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि वासुदेव बाबू गरीबों के मसीहा थे। धरती से जुड़े हुए इंसान थे। ऐसे महान पुरुष को सत सत नमन।
जदयू के प्रदेश नेता चितरंजन प्रसाद सिंह ने कहा कि बासुदेव बाबू से मेरा व्यक्तिगत लगाव था। जब वह वामपंथी थे, हम दक्षिणपंथी थे। उनसे व्यक्तिगत लगाव रहने के कारण मैं उनको भूल नहीं सकता हूं साथ में उनके विचारों को नहीं भूल सकता।
इस अवसर पर डॉ राकेश रोशन ने कहा कि वासुदेव बाबू बाबू का जन्म बेगूसराय जनपद के बासुदेवपुर चंद्रपुरा में 1932 ईस्वी को हुआ था और मृत्यु आज ही के दिन 29 अप्रैल 2013 को हुआ। वह दरभंगा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद के सदस्य रहे ऐसे महान पुरुष को मेरा शत-शत नमन।
इस अवसर पर सम्मानित हुए नेत्र चिकित्सक डॉ एके राय ने कहा कि बासुदेव बाबू को जो मेरे पिताजी के शिष्य थे और मेरे आदर्श गार्जियन तुल्य थे। ऐसे महान पुरुष समाजसेवी शिक्षकों के मसीहा बाबू को मेरा शत-शत नमन।
जेपी सेनानी के जिला अध्यक्ष राजेंद्र महतो ने कहा कि वह गरीब किसानों एवं शिक्षकों के मसीहा थे। ऐसे महान पुरुष को मेरा शत शत नमन।
इस अवसर पर महिला सेल सुनीता देवी, इंजीनियर आलोक कुमार, प्रिंसीकुमारी, आसमा कुमारी, आंचल कुमारी, अभिषेक कुमार, अनिकेत कुमार पाठक आदि ने उनके तेलचित्र पर माल्यार्पण किया।