बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की 47 वीं स्मृति दिवस शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति, सुखदेव सभागार सर्वोदय नगर में मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में उन्होंने कहा कि डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन 40 वर्ष तक शिक्षक रहे और इन्ही के नाम पर हर वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। ऐसे महान सर्व पल्ली राधाकृष्णन की आज ही के दिन 1975 में उनका निधन हो गया। वे 1949 में सोवियत संघ के भारत के राजदूत रहे। उनका जन्म मद्रास चेन्नई में हुआ था।
1952 में स्वतंत्र भारत होने के बाद भारत के उप प्रथम राष्ट्रपति रहे, और 1962 में भारत के द्वितीय राष्ट्रपति बने । वे एक महान शिक्षाविद रहे ,जिन्होंने 40 वर्ष तक अपना शिक्षा दिया। ऐसे महान शिक्षाविद सर्व पल्ली राधाकृष्णन जी को शत शत नमन।
इस अवसर पर दधिचि देहदान समिति के जिला अध्यक्ष सुशील कुमार राय ने कहा कि सर पल्ली राधाकृष्णन हमारे भारत के पैसे शांत हैं जिन्होंने शिक्षक रहते हुए ,भी देश के प्रथम उपराष्ट्रपति बने और महान शिक्षाविद रहे । ऐसे महापुरुष को सत सत नमन।
महिला सेल के सचिव सुनीता देवी ने कहा कि श्री राधाकृष्णन जात-पात से ऊपर उठकर शिक्षा के क्षेत्र में जात-पात से ऊपर उठकर विश्वास रखते थे। ऐसे प्रथम उपराष्ट्रपति सर पल्ली राधाकृष्णन को सत सत नमन।
छात्रा आंचल कुमारी ने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म चेन्नई मद्रास में हुआ था। ऐसे महान शिक्षाविद को आज शत-शत नमन।
इस अवसर पर अंशु कुमार, जुली कुमारी, खुशी सिंह, अभिषेक पाठक अनेकों ने उनके तैल्याचित्र पर माल्यार्पण किया।