बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
महान कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की 125 वीं जयंती श्रद्धा सम्मान के साथ शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति सुखदेव सभागार सर्वोदय नगर में मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की।
अपने संबोधन में शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि महान कवि निराला जी का जन्म बंगाल के मेदनीपुर जिले के महिषादल नामक स्थान पर आज ही के दिन 1897 ईसवी को हुआ था, जबकि उनकी मृत्यु 15 /10/1961 को हो गया था। निराला जी हिंदी साहित्य के इतिहास में एक विराट महाकाल नायक बनकर जीए और इतिहास बनकर अपनी लीला समाप्त की। ऐसे महान कवि जिन्होंने देश के लिए कविता के माध्यम से आजादी में भी बढ़कर हिस्सा लिया। ऐसे महान कवि को सत सत नमन।
इस अवसर फिल्म अभिनेता अमिय कश्यप ने कहा की हिंदी साहित्य में कई विराट और बहुमुखी प्रतिभा सम्मान पुरुष उत्पन्न होते हैं। ऐसे महान कवि को हमारी ओर से शत-शत नमन।
दधिचि देह दन समिति के जिला अध्यक्ष सुशील कुमार राय ने कहा कि निराला जी के काव्य में विविधता के दर्शन होते हैं। और भागवत भी उनके रचनाओं में श्रृंगार का मधुर संगीत भी है। ऐसे महान कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी को शत शत नमन।
अलख निरंजन चौधरी कवि एवं शिक्षक ने कहा कि सूर्यकांत त्रिपाठी को निराला बनाने में उनकी पत्नी की अहम भूमिका निभाई।
इस अवसर पर प्रत्यक्ष गवाह के संपादक पुस्कर प्रसाद सिंह ने कहा की सूर्यकांत त्रिपाठी निराला हमारे भारत के शान थे,कविता के माध्यम से देश में अपना नाम कमाए और भारत का नाम रोशन किया। ऐसे महान कवि को सत सत नमन।
इस अवसर पर महिला सेल की सुनीता देवी ने कहा कि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला उनकी कविताओं , रचनाओं में अनामिका, परिमल, कुकुरमुत्ता, नए पत्ते, तुलसीदास ऐसे प्रसिद्ध रचनाओं ने उनको महान बनाया। उनको निराला जी बनाने में उनकी पत्नी अहम भूमिका निभाई।
इस अवसर पर जेपी सेनानी के जिला अध्यक्ष राजेंद्र महतो अधिवक्ता ने भी सूर्यकांत त्रिपाठी निराला पर अपना विचार व्यक्त किया।इस अवसर पर राकेश कुमार महंत (कलाकार), छात्र नेता अमित कुमार, पांडव कुमार, छात्रा आनाया कुमारी, आयुष कुमार, पियूष कुमार अनेकों ने अपना विचार व्यक्त किया।



