बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
बरौनी रिफ़ाइनरी में राजेंद्र कुमार झा, कार्यपालक निदेशक (तकनीकी) ने बरौनी रिफ़ाइनरी, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के कार्यपालक निदेशक एवं रिफ़ाइनरी प्रमुख के रूप में पदभार संभाला। श्री झा ने सुश्री शुक्ला मिस्त्री, से बरौनी रिफ़ाइनरी प्रमुख का कार्यभार औपचारिक रूप से ग्रहण किया। इस अवसर पर श्री तरुण कुमार बिसई, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) और महाप्रबंधकगण उपस्थित थे। तत्पश्चात दिनांक 07 फरवरी 2022 को नई दिल्ली स्थित इंडियनऑयल रिफाइनरीज़ मुख्यालय में सुश्री शुक्ला मिस्त्री ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के निदेशक (रिफाइनरीज़) का कार्यभार ग्रहण किया।
वर्ष 1988 में श्री झा कार्यकारी प्रशिक्षु तकनीकी के रूप में बोंगाईगांव रिफाइनरी में शामिल हुए। बाद में उन्होंने वर्ष 1989 में तकनीकी सेवा इंजीनियर के रूप में बोंगाईगांव रिफाइनरी में कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने 25 वर्षों से अधिक समय तक बोंगाईगांव रिफाइनरी में रिफ़ाइनरी संचालन, जीआरएम सुधार और ऊर्जा प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य किया। उत्पादन विभाग और कोर-ग्रुप के प्रमुख के रूप में, सफलतापूर्वक डीजल हाइड्रो ट्रीटिंग यूनिट, हाइड्रोजन जेनरेशन यूनिट, सल्फर रिकवरी ब्लॉक, यूटिलिटीज, नाइट्रोजन प्लांट और टैंक-फार्म क्षेत्र से युक्त नए निर्मित डीजल हाइड्रो ट्रीटर ब्लॉक के सुरक्षित कमीशनिंग के लिए टीम का नेतृत्व किया।
उनके नेतृत्व में कार्यान्वित ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली एनएमएस आईएसओ 50001:2011 के साथ आईओसीएल-बोंगईगांव रिफाइनरी भारत में आईएसओ-5001 के लिए प्रमाणित होने वाली देश की पहली रिफाइनरी बनी। उन्होने अपने कार्यकाल में सेंटर फॉर हाई टेक्नोलॉजी (सीएचटी), पीपीएसी, ईआईएल, शेल जीएसआई, नीदरलैंड और मेसर्स सोलोमन एसोसिएट्स द्वारा किए गए बेंचमार्किंग अध्ययन का सफलतापूर्वक संचालन किया। इनके कार्यकाल के दौरान, बोंगाईगांव रिफाइनरी को ऊर्जा और हाइड्रोकार्बन लॉस क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए मुख्य रूप से एमओपीएनजी और विद्युत मंत्रालय से 25 से अधिक विभिन्न ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार प्राप्त हुए जिसमें 3 राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार भी शामिल थे।
वर्ष 2014 में श्री झा ने महाप्रबंधक (उत्पादन) के पद पर बरौनी रिफ़ाइनरी में पदभार ग्रहण किया। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होने बरौनी रिफ़ाइनरी के तकनीकी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आठ सालों के कार्यकाल के दौरान इन्होने बीएस-VI ईंधन का रोल आउट, इथेनोल ब्लेंडेड मोटर स्पिरिट, हाइ ऑक्टेन एमएस एक्सपी-100, वीजी-30 और वीजी-40 ग्रेड बिटूमेन का उत्पादन के लिए तकनीकी टीम का नेतृत्व किया। इससे अलावा बरौनी रिफ़ाइनरी में एनएचटी-सीसीआरयू, न्यू प्राइम जी+, एआरयू, कोकर-ए नवीनीकरण, डीएचडीटी नवीनीकरण, बिटुरोक्स यूनिट और आरओ प्लांट की कमिशिनिंग में भी टीम के साथ काम किया। इसके साथ ही इनके नेतृत्व में 2018-19 में बरौनी रिफ़ाइनरी ने एतिहासिक सर्वाधिक क्रूड थ्रुपुट हासिल किया और बेहतर क्षमता उपयोग के लिए बरौनी रिफाइनरी से गुवाहाटी रिफाइनरी तक कच्चे तेल की लोडिंग के लिए रेक सुविधा को भी चालू किया गया।
इन्होने बरौनी रिफ़ाइनरी द्वारा स्थापित किए गए तेघड़ा, बेगूसराय और रिफ़ाइनरी में स्थापित किए जा रहे में पीएसए आधारित मेडिकल ग्रेड ऑक्सिजन प्लांटों की स्थापना करने वाली टीम का भी नेतृत्व किया।
श्री झा ने बीआईटी, सिंदरी, झारखंड से केमिकल इंजिनियरिंग में स्नातक किया है। ऊर्जा प्रबंधक के लिए राष्ट्रीय प्रमाणन और यू21 ग्लोबल ग्रेजुएट स्कूल, सिंगापुर से हाइब्रिड सर्टिफिकेट प्रोग्राम ऑन बिजनेस लीडरशिप भी प्राप्त किया है। इसके अलावा यह अनुप्रमाणित एनएमएस आईएसओ 500001:2011 के लिए लीड ऑडिटर भी हैं। बोंगाईगांव रिफाइनरी जॉइन करने से पहले इन्होने बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ भी काम किया। रिफ़ाइनरी परिचालन में दक्षता के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण प्रबंधन के भी प्रबल समर्थक हैं।