बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
बरौनी रिफाइनरी में सतर्कता जागरूकता कार्यशाला का आयोजन कर्मचारियों के बीच जागरूकता और जुड़ाव पैदा करने के उद्देश्य से, ब्रह्माकुमारी और सीआईएसएफ, बरौनी यूनिट के सहयोग से आज बुुुधवार को बरौनी रिफाइनरी द्वारा “स्वतंत्र भारत@75: सत्यनिष्ठा से आत्मनिर्भरता” विषय पर एक सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
श्री एन राजेश, उप महाप्रबंधक (सतर्कता) ने दो प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिष्ठित संकायों का स्वागत किया। उन्होंने साझा किया, “हमें अपनी गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में ईमानदारी, सत्यनिष्ठा और पारदर्शिता के महत्व को फैलाना होगा। इसलिए नागरिकों में सतर्कता जागरूकता लाने के लिए कर्मचारियों, उनके आश्रितों, सीआईएसएफ कर्मियों, स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए, सुश्री शुक्ला मिस्त्री, कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख ने कहा, “इंडियनऑयल भ्रष्टाचार से लड़ने और सर्वोत्तम प्रणालियों और प्रक्रियाओं के माध्यम से हमारे कामकाज में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए प्रभावी निवारक उपाय अपनाता है। हम डिजिटलीकरण, मानक संचालन प्रक्रियाओं को अपनाने, मौजूदा प्रक्रियाओं को सरल बनाने, गैर-मूल्य वर्धित गतिविधियों को समाप्त करने और ग्राहकों की संतुष्टि को बढ़ाने के लिए नीतियों में सुधार करने की ओर निरंतर कार्य कर रहे हैं। सत्यनिष्ठा के साथ, आइए हम सुशासन के ब्रांड एंबेसडर बनें। आइए इस अवसर पर इस अवधि का उपयोग करते हुए अपने हितधारकों को संवेदनशील बनाने और उन्हें यह संदेश देने के लिए आगे बढ़े कि हम निष्पक्ष, पारदर्शी और राष्ट्र की सेवा में प्रतिबद्ध हैं। आइए हम अपने आप में सुधार की गुंजाइश की पहचान करें और अपने ग्राहकों को बेहतर और प्रभावी सेवाएं प्रदान करने पर काम करें।”
पहला सत्र ” सत्यनिष्ठा और चरित्र निर्माण” पर केंद्रित था।
बी.के. भारत भूषण भाई, ब्रह्माकुमारी, पानीपत ने प्रतिभागियों को आध्यात्मिक रूप से प्रेरित किया और उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर एक ध्यानपूर्ण अनुभव के माध्यम से ले गए। उन्होंने जोर देकर कहा, “जीवन बहुत तेजी से आगे बढ़ता है। यदि आप रुकते नहीं हैं और ध्यान से चारो ओर नहीं देखते तो आप कुछ मूल्यवान से चूक सकते हैं। इसी को सतर्कता बोलते हैं। अधिकांश तनाव आपके प्रतिक्रिया से आता है, न कि जीवन के परिस्थितियों से। चीजों को देखने का नजरिया बदलें, वातावरण बादल जाएगा। आत्मनिर्भरता चार स्तंभों आत्म-विश्वास, आत्म-परिवर्तन, आत्म-प्रेरणा और आत्म-संतुष्टि से आती है। मानसिक स्वास्थ्य इस बात पर निर्भर करता है कि आप कैसा महसूस करते हैं, व्यवहार करते हैं और व्यक्त करते हैं। अपनी बुनियादी जरूरतों को समझें और अपने जीने के तरीके में सकारात्मक्ता लाएं।”
दूसरा सत्र श्री आर के सिंह, कमांडेंट, सीआईएसएफ, बरौनी यूनिट द्वारा “सतर्क होने के विभिन्न पहलुओं” पर था। उन्होंने सतर्क रहने का दृष्टिकोण, संदर्भ साझा किया और प्रत्येक व्यक्ति को हर समय सतर्क रहने की आवश्यकता क्यों है इसपर अपने अनुभवों को साझा किया। तीसरे और चौथे सत्र का आयोजन क्रमशः श्री ए. गोस्वामी, महाप्रबंधक (एम एंड सी) और श्री ए पी कुमार, महाप्रबंधक (अनुरक्षण) द्वारा किया गया, जिन्होंने अनुबंधों के प्री और पोस्ट लाइन-अप से संबंधित नीतियों और प्रक्रियाओं को साझा किया। कार्यक्रम प्रतिभागियों के लिए प्रश्नोत्तर सत्र के साथ समाप्त हुआ, जिसका प्रख्यात संकायों द्वारा स्पष्ट रूप से उत्तर दिया गया।