बरौनी, बेगूसराय, राहुल कुमार।।
पशुओं के चारे को लेकर किसानों में मची है अफरा तफरी।
गंगा में आई बाढ़ के कारण मधुरापुर वार्ड संख्या आठ में लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। वही बाढ़ की भयावह स्थिति के बीच वार्ड संख्या 12 में मनमानी ढंग से पीसीसी कार्य करवा रहे हैं।
गंगा में आई बाढ़ के कारण तेघरा प्रखंड के मधुरापुर दक्षिण टोल, बिचला टोल, पुवारी टोल के लोगों के बीच त्राहिमाम मचा हुआ है। जबकि कितने घरों में गंगा का पानी समा चुका है। दियारा क्षेत्र से लेकर अगल बगल के खेतों में लगी फसल में गंगा का पानी समा जाने के कारण पशुओं का चारा डूब चुका है।
जबकि बरौनी प्रखंड के मल्हीपुर, दक्षिणी पंचायत के सिमरिया घाट स्थित चोला में गंगा नदी की पानी गांव में आ जाने से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वही बांध किनारे बसे सिमरिया पंचायत दो, रूपनगर, गंगा प्रसाद, अमरपुर, जयनगर, बारो शिवाला घाट के सामने के लोगों के बीच गंगा में आई उफान के कारण पशुओं की चारा को लेकर घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि बाढ़ को लेकर प्रशासन भी हर जगह सतर्क है।
मधुरापुर पुवारी टोल सीढी घाट पर प्रशासन द्वारा दो नावों की व्यवस्था की गई है। जबकि गरीब गुरबा की झोपड़ी पानी में तैरने को तैयार है। वही बताया जाता है कि बाढ़ के भयावह स्थिति के बीच वार्ड संख्या 12 के वार्ड सदस्य के देवर द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पीसीसी कार्य करवा रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार गंगा का पानी बढ़ने से क्या वह पीसीसी सड़क रह पाएगी। या गंगा अपने गर्भ में समायेगी? यह तो वक्त ही बताएगा। इस बार की परिस्थिति के बीच पुवारी टोल के दो युवा प्रतिनिधि, एक वार्ड सदस्य कुंदन कुमार सिंह और दूसरे बेगूसराय जिला भाजपा युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष कुंदन प्रसाद सिंह बाढ़ से परेशान लोगों के बीच सहारा बनकर खड़े देखे गए।
जबकि गंगा का धारा तेज गति से बाध पर चढने में अपनी तत्परता दिखाने को तत्पर नजर आ रही है। गंगा मे उफान को लेकर बांध से सटे वसे लोगों के बीच भी गंगा की उफान को देखकर भयभीत नजर आ रहे हैं। ना जाने कब क्या हो जाए।
निचले इलाके में बने पक्की घर भी पानी में समाने को तैयार है।
किसान जान जोखिम में डालकर इस उफनती पानी में पशुओं के चारा के लिए नाव के सहारे मक्का, जनेरा काटकर पशुओं की भोजन की व्यवस्था में जूटे दिखाई देते हैं? जबकि स्थानीय लोगों के अनुसार पानी अभी भी बढ़ ही रहा है। जबकि ग्रामीणों के अनुसार वार्ड सदस्य के देवर द्वारा बनाए जा रहे पीसीसी सड़क को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं करते नजर आ रहे हैं। कहते हैं गंगा में अत्यधिक पानी होने के कारण गांव में आम जनों का जीना बेहाल है। पशु चारा के बिना मरणासन्न हो रहा है। आदमी को चलने के लिए रास्ते नहीं है और इस बीच सड़क पीसीसी की जा रही है।