मंझौल, बेगूसराय, अविनाश कुमार गुप्ता।।
मंझौल-बखरी पथ से मंझौल गढ़पुरा हसनपुर पथ को जोड़ने वाली लगभग 2 किमी महेशवारा की सड़क वर्षों से जानलेवा एवं गड्ढे में तब्दील हो गई है।
लगभग छ: माह पूर्व जिला परिषद नावकोठी के द्वारा इस सड़क के निर्माण के लिए शिलान्यास किया गया था। क्षेत्र का यह काफी महत्वपूर्ण सड़क है। इस मुद्दे को लेकर जयमंगला पुस्तकालय में रविवार को ग्रामीणों की एक बैठक हुई।
लगभग 20 वर्षों से यह सड़क जर्जर बनी हुई है। ग्रामीणों के द्वारा सभी विधायकों, सांसद एवं जिला परिषद से इस सड़क के निर्माण के लिए मांग किया गया, लेकिन आज तक इस सड़क का जीर्णोद्धार नहीं हो पाया। यह सड़क काफी महत्वपूर्ण है। बायपास रोड का काम करती है। हसनपुर चीनी मिल गन्ना ले जाने में भी किसानों के लिए काफी महत्वपूर्ण सड़क है।
जयमंगलागढ़, हरिगिरी धाम, कावरझील, हरसाईन के बौद्ध स्तूप जैसे पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थलों को यह सड़क जोड़ने का काम करती है।
लगभग 6 माह पूर्व जिला परिषद के द्वारा सड़क का शिलान्यास किया गया था, लेकिन आज तक पत्थर लोगों को मुंह चिढ़ा रहा है एवं कार्य शुरू नहीं हो पाया है। अब आचार संघिता भी लगने वाला है। लम्बे समय से महेशवारा के ग्रामीणों में सड़क निर्माण नहीं होने से काफी आक्रोश है।
मौके पर उपस्थित रामाशीष सिंह, हरिहर सिंह, अरविंद सिंह, सुशील कुमार, संजीव सिंह, गोपाल सिंह, टुन टुन सिंह, अरुण कुमार, अशोक सिंह,अवध किशोर, सिंह,विजय सिंह आदि लोगों ने यथाशीघ्र सड़क निर्माण की मांग की है।