बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
देशरत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति दिवस सिंह समन्वय समिति द्वारा सुखदेव नगर (सर्वोदय नगर) में मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की।
अध्यक्षीय संबोधन में अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि अब्दुल कलाम का जन्म तमिलनाडु के एक मछुआरे के परिवार में हुआ था। उन्होंने देश का पहला स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपास्त्र बनाने का स्नेह है। इनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को हुआ। वे भारत के 14वें राष्ट्रपति बने, जो 2007 से 2012 तक कार्यभार संभाला और आज ही के दिन उनकी मृतु हो गयी। उनकी छठी मनाई गई।
भाजपा के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष बबलू आनंद ने कहा कि अब्दुल कलाम 1962 में इसरो में आए और कई उपग्रह परियोजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऐसे महान भारत के पूर्व राष्ट्रपति को शत-शत नमन।
जदयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महासचिव डॉक्टर जुल्फिकार अली ने कहा कि आज छठे स्मृति दिवस के रूप में हम सब वैज्ञानिक, पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद को याद करते हैं। मैं पार्टी की ओर से शत-शत नमन करता हूं।
दान समिति के अध्यक्ष सुशील कुमार राय ने कहा कि एपीजे अब्दुल कलाम हमारे भारत के 14वें राष्ट्रपति बनकर देश का नाम रोशन किया। और वैज्ञानिक क्षेत्र में विश्व में नाम रोशन किया। ऐसे महान पुरुष अब्दुल कलाम आजाद को शत-शत नमन।
महिला सेल सचिव सुनीता देवी ने कहा कि अब्दुल कलाम आजाद देश के ऐसे राष्ट्रपति थे जिन्होंने हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब को मिलाकर चलना सिखाया। और राष्ट्रपति रहते हुए भी उन्होंने गरीबों की सेवा की।
इस अवसर पर जेपी सेनानी के जिला अध्यक्ष अधिवक्ता राजेंद्र महतो, छात्रा गौरी कुमारी, अनाया कुमारी,नवनीत कुमार,टुनटुन राम ,नाथो सॉ अनेकों ने एपीजे अब्दुल कलाम जी के तस्वीर पर माल्यार्पण की।