बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।।
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान एवं बस भाड़े में बढ़ोतरी को लेकर बस वाहन संघ ने सरकार से हाल के दिनों में डीजल के कीमतों में वृद्धि के अनुरूप यात्री किराया तय करने का मांग किया है। संघ का कहना है कि उनकी मांगों को अगर अनसुनी की जाती है तो वे आंदोलन करने को विवश होंगे।
बस वाहन संघ के जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर पत्रकारों से बातचीत करते हुए बस भाड़ा तय करने में हुए विसंगतियों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार किराया में वृद्धि नहीं करती है, तो विवश होकर वाहन संघ चक्का जाम करने को बाध्य होगा। डीजल के मूल्य में लगातार वृद्धि हुई है इसके बावजूद सरकार द्वारा जो किराया तय किया गया है वह 2018 के किराया तालिका के बराबर ही लागू कर दिया गया है। जबकि 2018 से अबतक डीजल के दामों में दोगुनी वृद्धि हुई है। इसके अलावा टोल टैक्स, परमिट शुल्क, बस के दामों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई, लेकिन सरकार किराया का निर्धारण करते समय इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
इस मौके पर मौजूद बस मालिक सुदर्शन सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित किया गया बस भाड़ा कहीं से भी न्याय संगत नहीं है। सरकार के इस निर्णय के खिलाफ हम अपनी आवाज को बुलंद करेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कई महीनों तक परिचालन नहीं हुआ उसके बावजूद हर प्रकार का टैक्स वाहन मालिकों से लिया गया और जब चालू किया गया तब 50% यात्रियों के साथ बस चलाने को कहा गया, जिससे बस व्यवसायी काफी परेशान हैं। अगर सरकार किराया में वृद्धि नहीं करती है तो वाहन संघ चक्का जाम करने का काम कर करेंगे।
इस अवसर पर जिला व्यवसायी महासंघ के अध्यक्ष अखिलेश कुमार ने बस वाहन संघ के सरकार से किराया मूल्य वृद्धि के अनुरूप बढ़ाने की मांग को जायज ठहराया है। उन्होंने कहा कि यात्री भाड़े में वृद्धि को लेकर वाहन संघ जो भी निर्णय लेगी हमारा संगठन उनके साथ होगा।
इस अवसर पर जिले सहित राज्य के कई जिलों के वाहन मालिक शामिल हुए एवं राज्य स्तरीय आंदोलन का निर्णय अगर भाड़े में बढ़ोतरी नहीं होते हैं तो क्या जाएगा।