बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।
शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति सर्वोदय नगर में सुखदेव सभागार में प्रसिद्ध कवि सुमित्रानंदन पंत की 121वीं जयंती मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की। अध्यक्षीय संबोधन में अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि सुमित्रानंदन पंत छायावाद के प्राकृतिक कवि थे। जिनकी कविताओं में रस थे। ऐसे छायाकार कवियों को मै अपने और से अपने संगठन की ओर से नमन करते हुए कहना चाहते हैं कि आज ही के दिन 1900 में जन्म हुए और 1977 में उनकी मृत्यु हो गई।
इस अवसर पर साहित्यकार चंद्रशेखर चौरसिया ने कहा कि छायावाद के प्रकृति पुत्र प्रगतिवाद के उन्नायक कवि सुमित्रानंदन उन महान कवियों में थे जिन्होंने गंगा के प्रभाव से मोती चुन कर शाहिद को अद्भुत संदेश दिया।
इस अवसर पर इंजीनियर आलोक कुमार ने कहा कि सुमित्रानंदन पंत ऐसे महान कवी थे जिन्होंने पीछे मुड़कर कभी देखा नहीं, आगे बढ़ते गए।
महिला सचिव सुनीता देवी, अर्चना कुमारी, आर्यन कुमार, अनिकेत पाठक, अनाया कुमारी, आसमा कुमारी, आंचल कुमारी और अंत में इंजीनियर खुशी गौतम ने कहा कि हमारे देश में कवियों की भूमिका अहम रही है। जिन्होंने गलियारों से लेकर सत्ता तक राह दिखाई।