बेगूसराय, बेगूसराय।
प्रखर स्वतंत्रता सेनानी कुशल नेतृत्व करता दलितों, वंचितों और अन्य वर्गों के मसीहा बाबू जगजीवन राम की 113 वी जयंती समारोह, कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए सीधे साधे समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम शहीद सुखदेव सिंह सेवा समिति की ओर से सुखदेव सभागार सर्वोदय नगर में मनाई गई जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की।
अध्यक्षीय संबोधन में शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि जगजीवन बाबू का जन्म आज ही के दिन 1908 इसवी को बिहार प्रांत के भोजपुर में हुआ था। वे पूरे देश में बाबू जी के नाम से प्रसिद्ध थे। वे भारत सरकार में श्रम मंत्री , संचार मंत्री, रेल मंत्री, कृषि मंत्री, रक्षा मंत्री, और उप प्रधानमंत्री के पदों को सुशोभित किया।
इस अवसर पर नगर निगम के उप मेयर राजीव रंजन ने कहा कि जगजीवन बाबू हमारे भारत के शान थे, बिहार की पहचान थे, बाबू के नाम से प्रसिद्ध थे।
महिला सेल के सचिव सुनीता देवी ने कहा कि बाबू जगजीवन राम जात-पात से ऊपर उठकर गरीबों को सेवा करते थे। इस अवसर पर फिल्म अभिनेता अमिया कश्यप ने कहा कि जगजीवन बाबू छात्र जीवन में ही गांधी जी के साथ स्वतंत्रता आंदोलन में कूद गए। तब से आजीवन देश की सेवा करते हुए राष्ट्र में अपनी पहचान बनाई।
इस अवसर पर डॉ शेखर चौरसिया ने कहा कि जगजीवन बाबू के जीवन पर प्रकाश डालते हुए जगजीवन बाबू स्वतंत्रता सेनानी, दलितों वंचितों के मसीहा कहलाते थे। वे आजादी के बाद से जीवन प्रयत्न सासाराम के सांसद स्टेट जनता के सेवक रहे।
इस अवसर पर राजीव कुमार उर्फ मुन्ना, राजेंद्र महतो अधिवक्ता, गुलशन कुमार, अनाया कुमारी, अनिकेत पाठक, अंत में अशोक कुमार मुन्ना राजद के नेताओं ने अपना विचार व्यक्त किया।