बेगूसराय ::–
विजय कुमार सिंह ::–
19 अक्टूबर 2020, सोमवार
बेगूसराय के गार्जियन रहे स्वर्गीय भोला सिंह की स्मृति दिवस सुखदेव सिंह समन्वय समिति द्वारा, सुखदेव सभागार में सुखदेव नगर, सर्वोदय नगर, बेगूसराय में मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में उन्होंने कहा कि भोला बाबू का जन्म 3 जनवरी 1940 एवं स्मृति 19 अक्टूबर 2018 को हुआ। 1967 की चुनाव में घोषणा के बाद भी जब पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सूरज छाप से चुनाव जीत गए। सैकड़ों झंझाबातों को झेलते हुए भाकपा, कांग्रेस, राजद एवं जदयू का सफर तय कर 1998 में कमल थाम लिया। हमारे पिताजी सुखदेव बाबू से उनका व्यक्तिगत लगाव था। उन्हीं के कारण मेरा भी घनिष्ठता बढ़ गई। ऐसे महापुरुष को मेरा शत शत नमन।
इस अवसर पर नगर निगम के प्रथम मेयर आलोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि भोला बाबू के स्मृति के बाद राजनीतिक दृष्टिकोण से असहाय महसूस कर रहा हूं। बोला बाबू जनहित के कार्यों के लिए सड़क से लेकर संसद तक आवाज बुलंद करते रहते थे। मैं उनको शत-शत नमन करता हूं।
माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने कहां की भोला बाबू हमारे बिहार के वही लाल थे। जिन्होंने अपनी विद्वत्ता पूर्ण सोच से पूरे बिहार को गौरव प्रदान किया।
इस अवसर पर डॉ राम रेखा सिंह जो भोला बाबू के दमाद भी हैं। उन्होंने कहा कि भोला बाबू से पारिवारिक संबंध है। ऐसे महान पुरुष को मेरा नमन।
साहित्यकार डॉक्टर चंद्रशेखर चौरसिया ने कहा कि सांसद भोला बाबू बेगूसराय जिले की आन बान और शान थे। जो जनता के लिए जवानी से लेकर आखरी सांस तक आवाज बुलंद करते रहे।
जेपी सेनानी के प्रदेश महासचिव डॉ शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि बोला बाबू मेरे अभिभावक थे। जब वह पटना में रहते थे तो उस समय मैं पटना में पढ़ता था। मेरा लगाव उसी समय उनसे हुआ।
इस अवसर पर महिला सेल सचिव सुनीता देवी, राजेंद्र महतो, छात्र अनिकेत कुमार पाठक, अभिषेक पाठक, राजीव कुमार उर्फ मुन्ना, ज्ञान चंद्र पाठक, राजू पाठक, आसमा कुमारी, अनाया गौतम अनेकों ने उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण किया।


