ब्युरो प्रमुख – चन्द्र प्रकाश राज ,
*सारण: भाजपा नेता चरण दास ने गड़खा विधानसभा क्षेत्र के केवानी में किसानों से किया जनसंवाद*
गड़खा/सारण : भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा बिहार के प्रदेश क्षेत्रीय पदाधिकारी सह गड़खा विधानसभा क्षेत्र के भावी प्रत्याशी डॉ. चरण दास ने गड़खा के केवानी गांव में खेती व मजदूरी करने वाले ग्रामीणों से संवाद किया।
इस दौरान ग्रामीणों ने माला पहनाकर पूरे गर्मजोसी के साथ उनका स्वागत किया। मौके पर चरण दास ने भी सभी ग्रामीणों के प्रति आभार व्यक्त किया।
ग्रामीणों से जनसंवाद करते डॉ. दास ने कहा कि सरकार ने देश में 22,000 हाट को संगठित खुदरा कृषि मंडियों में विकसित करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही आलू, प्याज़ और टमाटर की खेती करने वाले किसानों को फायदा देने के लिए सरकार ने इन ग्रामीण हाटों को ऑपरेशन ग्रीन से जोड़ने जा रही है।
फल और सब्जियां उगाने वाले किसान हमारी सरकार की प्राथमिकता में शामिल हैं।
ऑपरेशन ग्रीन आलू, प्याज़ और टमाटर की खेती करने वाले किसानों के लिए अच्छी योजना है। अभी तक सरकार धान और गेहूं की खरीद खास तौर पर करती थी, लेकिन ऑपरेशन ग्रीन की वजह से अब इन फसलों को भी निर्धारित एमएसपी पर सरकार खरीदेगी।
ग्रामीण खुदरा बाज़ार बनने से किसान अब टमाटर जैसी जल्द खराब होने वाली फसलें भी गाँव की बाज़ारों में मंडी भाव पर बेच सकेंगे। इन फसलों को मंडी में ले जाने के लिए किसान को ट्रांसपोर्ट का भाड़ा भी देने पड़ता है। देश में उगाई जाने वाली सब्जियों में सबसे अधिक खेती आलू, प्याज और टमाटर की होती है। केंद्र सरकार के इस फैसले से सभी किसानों का उद्धार होगा।
मेरा भी यही प्रयास है कि अपने क्षेत्र के किसान भाइयों को सरकार की योजनाओं का लाभ दिलवाकर उनका जीवन सुखमय बना सकूं।
जनसंपर्क के बाद मीडिया से बात करते हुए चरण दास ने कहा कि गड़खा के लोगों के द्वारा जो प्यार, आशीर्वाद और समर्थन मिल रहा है उससे मैं अभिभूत हूँ। क्षेत्र की जनता मुझपर भरोसा जाता रही है। उनकी इच्छा है कि मैं इसबार भाजपा प्रत्याशी के रूप में मैदान में आऊं। अगर पार्टी मुझे मौका देती है तो मैं जनता के विश्वास पर पूरी तरह खड़ा उतरने का प्रयास करूंगा।
चुनाव जीतने के बाद मेरी पहली प्राथमिकता क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य व सड़क की दिशा में परिवर्तन लाने की होगी।
इस मौके पर मनोज पांडेय, रामरीत राम, मनीष कुमार, दशरथ राम, मनोहर दास, हीरा मांझी, चंदेश्वर राम, शंभु पासवान, राम सरिखन राम, विश्वास सिंह, रामायण राम, राकेश कुमार, अखिलेश कुमार, हीरा राम, मेघनाथ राम, ब्रजेश कुमार, मनीष कुमार समेत अन्य ग्रामीण मौजूद थे।

