बेगूसराय ::–
विजय श्री ::–
20 अगस्त 2020 गुरुवार
बिहार उच्चतर माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ पुरातन गांधी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि नई सेवा शर्त शिक्षकों के साथ एक धोखा है।
बिहार में नियोजित शिक्षक और पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए राज्य सरकार ने सेवाशर्त कमिटी का गठन 2015 में ही किया था। जिसे तीन माह में सेवाशर्त का काम पूरा करना था। लेकिन वर्षों बाद शिक्षकों एवं शिक्षा को दरकिनार करते हुए नई सेवाशर्त नियमावली को पारित कर दिया। ऐसा बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले करना सिर्फ और सिर्फ चुनावी धोखा है।
जिलाध्यक्ष के अनुसार सेवाशर्त में आरटीई, एनसीटीई, संविधान और कोर्ट के फैसले का पूरी तरह से उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि अर्जितावकाश 300 दिन संचय की जगह 120 दिन संचय होना भी धोखा ही है।
साथ ही बीमा से भी वंचित रखा गया है। सिर्फ महिलाओं और विकलांगों के स्थानांतरण की सुविधा देने और पुरुषों को आपसी सहमति के आधार पर स्थानांतरण करना भी अव्यवहारिक है, जबकि सरकार को चाहिए कि शिक्षक और शिक्षण की गरिमा को बनाये रखने के लिए वेतनमान देने का प्रयास करें।

