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वो हाथ सिर पर रख दें तो आशीर्वाद बन जाता है, वो रोते हैं तो हमारा भी दिल दुख जाता है। पिता का दिल कभी न दुखाना, उनका तो झूठन भी प्रसाद बन जाता है।। फादर्स डे स्पेशल

बेगूसराय ::–

विजय श्री ::–

21 जून 2020 रविवार

पिता, पाप, फादर का प्यार और उसके त्याग का मोल इस दुनिया में सबसे अनमोल होता है। जितना प्यार एक मां अपने बच्चों से करती है, उतना ही पिता भी करते हैं। एक पिता का प्यार निस्वार्थ होता है। इस बार यह दिन आज 21 जून यानि रविवार को मनाया जा रहा है। दुनिया में सबसे पहली बार फादर्स डे 5 जुलाई 1908 में मनाया गया था। इस दिन को इसलिए मनाया जाता है क्योंकि 6 दिसंबर 1907 में एक खान दुर्घटना हुई थी। जिसमें 362 पिताओं की जिंदगी चली गई थी। इसी दिन की याद में हर साल फादर्स डे मनाया जाने लगा।

प्रीति कुमारी

फादर्स डे के खास मौके पर आप अपने पिता को ढेर सारी शुभकामनाएं दे सकते हैं। फादर्स डे पर पापा को समर्पित इस कविता के माध्यम से बेगूसराय अंचल के जीएसटी राज्य कर सहायक आयुक्त प्रीति कुमारी ने अपने पिता को समर्पित किया

हमारी मंजिल इतनी आसान नहीं होती,
अगर पापा आपका साथ ना होता,
जिंदगी तो कट जाती किसी तरह, पर जिंदगी जीने का एहसास ना होता।

उंगली पकड़ के कर हमें चलना सिखाया,
हाथ पकड़ कर हम हमें लिखना सिखाया,
बिना थके, बिना रुके, तत्परता और कर्मठता से
अपने कार्य को पूरा करना,
पापा आपने ही तो सिखाया….

कभी डांट कर, कभी दुलार कर, जीवन जीने का पाठ पढ़ाया,
अपनी सारी पूंजी हमपर लुटा कर,
हमें ही अपनी पूंजी पापा आपने ही तो बनाया….

करके हमारे गलतियों को माफ, उस गलतियों से सीख दिलाकर आगे बढ़ाया
हमारी डर को हमारी हिम्मत बनाना,
कभी न थक कर सतत बढ़ते रहना,
पापा आपने ही तो सिखाया…

कभी जो लड़खड़ाये है हमारे कदम,
थाम ऊँगली कदम को नई उर्जा दिलाया,
मेरे मुश्किल भरी राहों को बनाया आसान,
पथरीले रास्तों पर शान से चलना पापा आपने ही तो सिखाया…

प्रीति कुमारी, राज्य कर सहायक आयुक्त, जीएसटी,  
बेगूसराय अंचल

By National News Today

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