चेरियाबरियारपुर बेगूसराय ::–
अविनाश कुमार गुप्ता ::–
14 जून 2020 रविवार
बालू डिपो पर ट्रक बैक कराने में जख्मी हुए खलासी की मृत्यु के बाद परिजनों द्वारा थाने में एफआईआर कराने को लेकर भारी फजीहतों का सामना करना पड़ा.
खबरों के अनुसार शव के साथ पीड़ित परिजनों के आग्रह को थानाध्यक्ष द्वारा ठुकरा देने के उपरांत संवेदना तार-तार होते दिखी. इस दौरान परिजनों के साथ ग्रामीणों ने थाना के मुख्य द्वार पर रात्रि के 11 बजे हंगामा करते दिखे.
हंगामा को देखते हुए मजबूरन थानाध्यक्ष यूडी कांड दर्ज करने पर राजी हुए. परंतू परिजन विधिवत एफआईआर दर्ज कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर लगभग एक घंटे तक डटे रहे.
बताया जाता है क्षेत्र के खांजहांपुर गांव में गुरुवार की शाम एक बालू डिपो पर ट्रक बैक करााने के क्रम में खलासी गंभीर रुप से जख्मी हो गया. जख्मी खलासी स्व. राजो दास का 18 वर्षीय पुत्र अमरजीत कुमार समस्तीपुर जिला के बिभूतिपुर थाना क्षेत्र के गोरबध्धा टभका गांव का रहने वाला था. बेगूसराय के बीहट गांव निवासी ट्रक मालिक गुलशन कुमार उर्फ गुलाबो सिंह के ट्रक पर खलासी का काम करता था.
बालू लेकर आये ट्रक को बैक करवाने के दौरान वह ट्रक की चपेट में आकर बुरी तरह जख्मी हो गया. वहां लोगों ने उसे बेगूसराय के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों नें उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए पीएमसीएच रेफर कर दिया. शनिवार को ईलाज के दौरान पीएमसीएच में उसकी मौत हो गई.
मौत के उपरांत देर शाम जब उसके परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर मामला दर्ज कराने चेरियाबरियारपुर थाना पहुंचे तो पुलिस ने मामला दर्ज करने से साफ इंकार कर दिया. परिजनों को खड़ीखोंटी सुनाते समय नहीं रहने की बात कहकर टालने की कोशिश की. इस दौरान परिजनों के अनुसार वे पुलिस से मिन्नतें करते रहे, पर पुलिस पर इसका कुछ असर नहीं हुआ. पुलिस किसी भी सूरत में केस दर्ज नहीं करने पर अड़ी रही.
मजबूरन आक्रोशित परिजनों को हंगामा पर उतारू होने के लिए मजबूर होना पड़ा. तब जाकर पुलिस मामले में यूडी केस दर्ज करने पर राजी हुई.
थानाध्यक्ष से नाराज़ परिजनों ने गृहक्षेत्र के सांसद से लगाई न्याय की गुहार
शव के साथ पहुंचे ग्रामीण थाना परिसर में विधिवत एफआईआर दर्ज करने की मांग पर रात्रि के 11 बजे तक अड़े रहे. थक हारकर गहमा गहमी के बीच परिजनों एवं ग्रामीणों ने अपने गृहक्षेत्र के सांसद से मदद की गुहार लगाई. परिजनों के अनुसार सांसद की पहल पर वरीय अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद चेरियाबरियारपुर पुलिस ने जख्मी खलासी के पीएमसीएच में दिये फर्द बयान के आधार पर केस दर्ज करने का आश्वासन दिया. तब जाकर परिजन शव लेकर थाने से वापस हुए. वहीं देर रात्रि तक थाना के मुख्य द्वार पर ग्रामीणों एवं परिजनों के हंगामे की खबर सुबह होते ही क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया. लोग चौक चौराहों एवं चाय की दुकानों पर घटना के बाबत एक दूसरे से बातचीत कर जानकारी लेते रहे. इस दौरान स्थानीय लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते दिखे.
पिता की मृत्यु के बाद मां एवं छोटे भाई का सहारा था मृतक खलासी
परिजनों के साथ पहुंचे ग्रामीण अमन पराशर ने बताया मृतक खलासी के पिता की मौत विगत दस वर्ष पूर्व ही हो गई थी. फलतः मृतक की माता बेसहारा हो गई. इस दौरान माता के द्वारा मेहनत मजदूरी कर मृतक के साथ छोटे भाई का भरण-पोषण करती रही. परंतु मां की परेशानी को देखते हुए मृतक खलासी को अपनी पढ़ाई-लिखाई त्याग कर परस्थितिवश मजदूरी करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
परंतु ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था. खलासी की नौकरी करते हुए मृतक अपने विधवा मां की सेवा कर दूध का कर्ज उतारने के लिए तैयार ही हो रहा था कि काल ने आकर दबोच लिया. इस प्रकार विधवा मां के अरमानों पर पानी फिर गया.

