मंझौल-बेगूसराय ::–
अविनाश कुमार गुप्ता ::–
10 जून 2020 बुधवार
मंझौल ओपी थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि एक पखवाड़े में मंझौल थाना कांड संख्या 76/20 के हत्या के कांडों के भा० दं० वि० की धारा 341, 504, 506, 307, 302/34 के आठ अभियुक्तों में से दो अभियुक्तों को घटना के दिन ही मंझौल पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
बचे शेष छः अभियुक्तों में पांच अभियुक्तों ने मंझौल पुलिस के दविश के कारण दो जून को एसीजीएम मंझौल कोर्ट में सरेंडर कर दिया। शेष प्राथमिक दर्ज अंतिम अभियुक्त विकास ताँती पे० विष्णुदेव ताँती साकिन कमला, वार्ड सं० 15, थाना चेरियाबरियारपुर जिला बेगूसराय को आज मंझौल पुलिस के दवाब में आकर माननीय न्यायालय ए सी जी एम मंझौल में आत्मसमर्पण कर दिया।
अब प्रश्न उठता है कि क्या मंझौल पुलिस पीड़ित को न्याय दिला पाती है? क्या मंझौल ए सी जी एम न्यायालय के द्वारा पीड़ित परिवार को उचित न्याय कब तक दे पाती है?
जो भी हो, लेकिन इस तरह मंझौल पुलिस की त्वरित कार्यवाही के कारण मंझौल ओ पी क्षेत्र के आम जनता का मंझौल पुलिस पर अटूट भरोसा कायम हो गया है।
ओ पी क्षेत्र के ग्रामीणों में कमला ग्राम निवासी शंकर झा, प्रमोद झा, मंझौल ग्राम निवासी डॉ ओम प्रकाश गुप्ता, वकील दिलीप शर्मा, पूर्व मुखिया अरुण सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता रमण चौधरी, जयप्रकाश गुप्ता, संजीव राम, अमित आनंद,दिवाकर पासवान, अम्बेडकर युवा क्लब के अध्यक्ष सुभाष पासवान , मंझौल पंचायत चार के मुखिया राजेश कुमार उर्फ रामलोली ने बताया कि मंझौल पुलिस लाचार, शोषित, न्याय से बंचित, दलित, महादलित व हर वर्ग के लोगो के दिल मंझौल पुलिस के इस तरह के त्वरित कार्यवाही के कारण आमलोगों में पुलिस पर भरोसा मजबूत हुआ है ।

