बेगूसराय ::–
विजय श्री ::–
5 जून 2020 शुक्रवार:-
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बेगूसराय इकाई के द्वारा सरकार की सद्बुद्धि के लिए जिले के 50 जगहों पर हवन के द्वारा सद्बुद्धि महायज्ञ किया गया।
मौके पर पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी ने कहा कि छात्र आंदोलन की उपज होते हुए नीतीश कुमार एवं सुशील मोदी छात्रों की आवाज को दबाना चाहते हैं ।उनके इस मंसूबे को एबीवीपी कभी पूरा नहीं होने देगी। सरकार या तो अपना यह निर्णय वापस ले या इस्तीफा देने के लिए तैयार रहें क्योंकि एबीवीपी के कार्यकर्ता उनकी कुर्सी हिलाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा देंगे।
इस मौके पर जिला प्रमुख विजेंद्र कुमार ने कहा कि हवन से निकला हुआ धुआँ जब सरकार के मंत्री व पदाधिकारी के दिमाग में प्रवेश करेगा तो उन्हें सद्बुद्धि मिलेगी व उनके दिमाग की अशुद्धियां बाहर आएगी। उन्होंने कहा कि आज विद्यालय में छात्र छात्राओं को स्लेट के बदले प्लेट थमाकर सभी विद्यालय को भोजनालय में तब्दील कर दिया है। यदि यही व्यवस्था जारी रहा तो आने वाले समय में समाज में मेधा की अकाल हो जाएगी।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सोनू सरकार ने कहा कि शैक्षणिक अराजकता आज चरम पर है और सरकार के दोनों बड़े कुर्सी धारक मौन धारण किए हुए हैं। उनका यह मौन विद्यार्थी परिषद के आक्रोष के रूप में परिणत होता जा रहा है। सरकार को यह ख्याल रखना चाहिए कि जिस दिन एबीवीपी के कार्यकर्ता सड़क पर उतर जाएंगे तो सरकार स्थिति को काबू कर पाने में अक्षम साबित होगी । इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी ।
जी डी कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि आज जब लॉक डाउन में समाज के सभी तबके को सरकार किसी न किसी तरीके से मदद पहुंचाई है वही छात्रों और शिक्षकों को किसी भी प्रकार की मदद मुहैया ना कराना सरकार की शिक्षा विरोधी मानसिकता का द्योतक है।
एबीवीपी के प्रत्येक कार्यकर्ता सरकार के हर एक शिक्षा विरोधी कदम का उसी की शैली में तब तक प्रतिकार करेंगें जब तक उनकी सांसे चलेगी। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मृत्युंजय गोलु ने कहा कि एबीवीपी क्रमबद्ध तरीके से सरकार के इस शिक्षा विरोधी रवैया का ईट का जवाब पत्थर से देने के रूप में करेगी ।इसलिए गूंगी और बहरी सरकार अपना कान पहले खोलें और फिर मुंह खोलें और अपना निर्णय जल्द से जल्द वापस ले। मौके पर आर्यन सिन्हा ,शुभम कुमार सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

