भोजपुर (सहार) ::–
बबलू कुमार/एहराज अहमद —
23 मई 2020 शनिवार
देश में उत्पन्न लॉक डाउन की स्थिति में प्रवासी मजदूरों के बीच आर्थिक संकट गहरा गया है। बिहार के जिलों में एवं प्रखंडों में लौट रहे प्रवासी मजदूरों की बढ़ती संख्या फिलहाल प्रशासन के लिए चिंता का विषय है।
सहार प्रखंड में प्रतिदिन बढ़ रहे सैकड़ों प्रवासी मजदूर पदाधिकारियों के लिए मुश्किल का सबब बन रहे हैं। ऐसे में जिलाधिकारी भोजपुर रोशन कुशवाहा द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में सभी प्रखंडों के प्रखंड परिसर में कैंप लगाकर प्रवासी मजदूरों का रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है।
रजिस्ट्रेशन के उपरांत रेड जोन से लौटे जैसे नोएडा, बैंगलोर, सूरत, अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई, पुणे आदि से लौटे प्रवासी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर भेजा जा रहा है। वही ग्रीन जोन से लौटे प्रवासियों को होम क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है। रजिस्ट्रेशन के दौरान उन सभी प्रवासी मजदूरों का डिटेल भी लिया जा रहा है जो पहले वे कार्यरत थे।
विदित हो कि इन सभी मजदूरों को योग्यता के अनुरूप जिले में योजनाओं से जोड़कर रोजगार दिया जाएगा। ज्ञात हो कि सहार प्रखंड में बने अब तक कुल 29 क्वॉरेंटाइन केंद्रों मैं लगभग दो हजार प्रवासियों को अब तक क्वॉरेंटाइन किया जा चुका है। इस क्रम में आज सहार एवं चरपोखरी प्रखंड में कैंप लगाकर रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है।
कार्यक्रम के इंचार्ज के रूप में अंचलाधिकारी अशोक कुमार चौधरी ने बताया की अन्य प्रदेशों से आज आए हुए लगभग 200 प्रवासियों में अब तक लगभग 124 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है। प्रशासन के इस अच्छी पहल से प्रवासियों को लॉक डाउन एवं आर्थिक संकट में मदद मिलने की थोड़ी उम्मीद जगी है एवं कम से कम इन प्रवासी मजदूरों को पहले जैसा हॉस्पिटल से प्रखंड मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ रहा है।