भोजपुर (गड़हनी) ::–
बबलू कुमार-
22 मई 2020 शुक्रवार
भोजपुर जिले के गड़हनी प्रखंड के बलिगांव स्थित हाईस्कूल के हाॅस्टेल में बनाये गये क्वारंटीन सेंटर के 6 महिलाओं, 18 बच्चों एवं 20 पुरूष प्रवासी मजदूरों की मांग के पक्ष में इनौस राष्ट्रीय अध्यक्ष सह माले केन्द्रीय नेता मनोज मंजिल के नेतृत्व में आइसा-इनौस ने धरना दिया।
धरना पर इनौस राज्य सचिव सुधीर कुमार व आइसा जिला अध्यक्ष पप्पू कुमार, माले राज्य कमिटि सदस्य सह गड़हनी सचिव नवीन कुमार, इनौस नेता विशाल, सुनील, विकास भी बैठे। आपको बताते चलें कि आए दिन कोरोना बचाव के लिए बने क्वारटाइन सेंटर पर अनियमितता को लेकर माले नेता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसमें बलिगांव के हाईस्कूल हाॅस्टेल में क्वारंटाइन सेंटर पर आये हुए 2 दिन बीत गए जबकि बुनियादी सुविधाओं तक का इंतजाम नहीं हुआ है। नाश्ता, पीने के लिए पानी की व्यवस्था नहीं और ना ही क्वारंटीन सेंटर पर साफ सफाई की व्यवस्था है।
अगिआंव विधानसभा के अधिकतम सेंटरों का जायजा ले चुके और व्यवस्था को बेहतर बनाने में भूमिका निभाने के कारण मनोज मंजिल को सेंटरवासियों ने देखते ही अपनी समस्याएं सुनाई। सेंटर वासियों के मांग को देखते हुए माले नेता मनोज मंजिल जिला प्रशासन से सेंटर वासियों के लिए सभी व्यवस्था की मांग किया है और कहा कि
खाना की अविलंब व्यवस्था की जाए तथा बच्चे के लिए दूध-सेरेलक की व्यवस्था की जाए।
किट के संपूर्ण सामान को मच्छरदानी व सेनेटाइजर सहित दिया जाए । बच्चे के लिए उपयुक्त कपड़ा मुहैय्या कराया जाए । लाइट की व्यवस्था अविलंब किया जाए तथा पानी के इंतजाम के साथ टिकाऊ शौचालय महिला-पुरुष के लिए अलग अलग व्यवस्था की जाए। क्वारंटीन सेंटर के बाहर मजदूरों की मांगों के पक्ष में धरना शुरू किया। लाॅकडाउन के नियमों का पालन करते हुए शारीरिक दूरी बनाते हुए आइसा-इनौस नेताओं ने धरना शुरू किया।
धरना को संबोधित करते हुए मनोज मंजिल ने कहा कि लाॅकडाउन के चौथे चरण की घोषणा हो चुकी है और संवेदनहीन सरकार सेंटर पर बुनियादी और मूलभूत सुविधाओं का इंतजाम नहीं कर पा रही है। सरकार अमीरों और पूंजीपतियों को सुविधा पहुंचाने के लिए लाॅकडाउन में नये नये तरीके आजमा रही है दूसरी ओर मजदूरों को मरने के लिए छोड़ दे रही है। मोदी-नीतीश की सरकार पूर्णतः कार्पोरेट-परस्त और मजदूर – विरोधी है।
पूरे देश मे मजदूर पैदल चल कर आने को विवश हैं और धनी लोग को हवाई जहाज से विदेश व देश से मंगा कर होम-क्वारंटाइन किया जा रहा है। ये दो तरह के नियम चलाए जा रहे हैं। अमीर परस्त नीति राज सरकार एवं केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही है। साथ ही कहा कि मांगें पुरी नहीं होने पर मजदूर इस लाॅकडाउन में भी सड़क पर उतर रहे है आइसा-इनौस मजदूरों के कदम से कदम मिलाकर चलेगा ।आइसा-इनौस नेता गड़हनी बीडीओ – सीओ को सेंटर पर आने की मांग कर रहे हैं।