मंझौल (बेगूसराय) ::–
@ संकटमोचक बने आईआईटियन ऋषिकांत और जयमंगला कावर फाउंडेशन
अविनाश कुमार गुप्ता
17 मई 2020 रविवार
मंझौल (बेगूसराय) आईआईटियन ऋषि कांत और जयमंगला कावर फाउंडेशन की पूरी टीम ने एशिया प्रसिद्ध कावर झील पक्षी विहार में अवस्थित माताजी जयमंगला गढ़ मंदिर परिसर को कोरोना संकट से उबारने के लिए सेनीटाइज किया और मंदिर परिसर में बंदरों को केला और मुढ़ी खिलाकर एक अनोखा प्रयास किया।
इस मौके पर जयमंगला गढ़ मंदिर से सटे महा दलितों के बस्तियों को भी सेनीटाइज़ किया गया और उनके बीच खाने-पीने के सामान भी वितरित किए गए। आईआईटी दिल्ली के रिसर्च स्कॉलर ऋषिकांत, आईआईटी दिल्ली के एमबीए छात्र और जयमंगला फाउंडेशन के सचिव प्रेम कुमार, जयमंगला कावर फाउंडेशन के कोषा अध्यक्ष दिवाकर भारती सहित अनेक युवाओं की टोली ने मंदिर परिसर के दोनों गेस्ट हाउस, सामुदायिक भवन, सभी मंदिरों और पूरे मंदिर परिसर को स्प्रे मशीन द्वारा सेनीटाइज किया।
आपदा के समय ऋषिकांत एवम् उनकी टीम के साथ जयमंगला कावर फाउंडेशन के कार्यकर्ता बिना थके, बिना रुके लगातार ज़िले के 1300 परिवारों के बीच पहुंचकर उन्हें राहत सामग्री मुहैया करा चुके हैं।
इस मौके पर जयमंगला वाहिनी के अभिषेक, आई आई टी दिल्ली के रिसर्च स्कॉलर और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंधक रमन कुमार, आलोक राम, कृष्णा जी (समाज सेवी) और गणपति कुमार आदि के महत्वपूर्ण योगदान था। इस मौके पर अमित आनंद,सुरेश माखडिया और बमबम भी मौजूद थे।
ये अपने आप मे एक अद्भुद प्रयास है, जब अपने गांव से बाहर रहने वाले युवा लॉकडाउन में अपनी मिट्टी की सेवा करने में जुटे हैं।