मटिहानी बेगूसराय ::–
विजय श्री ::
16 मई 2020 शनिवार
विश्वव्यापी महामारी कोरोना के कारण लॉक डाउन एवं शारीरिक दूरी कोविड-19 से बचाव के लिए आवश्यक है व अनिवार्य भी लेकिन यह संपूर्ण इलाज नहीं है। जब तक ग्रामीण क्षेत्रों में किसान और मजदूरों को निशुल्क मास्क, हैंडवाश, सैनिटाइजर आदि उपलब्ध नहीं कराए जाएंगे।
विगत लगभग दो महीनों से घरों में बंद किसानों, मजदूरों को राशन कार्ड से वंचित लोगों को, राशन रसोई गैस और 75 सो रुपए महीना लॉक डाउन भत्ता नहीं दिया जाएगा, लम्बित फसल सहायता राशि एवं कृषि इनपुट भुगतान की समस्या का समाधान नहीं किया जायेगा, कोविड 19 के खिलाफ मानवता के बचाव का जंग कामयाब नहीं होने वाला है।
उक्त बातें बिहार राज्य किसान सभा के रामदीरी इकाई द्वारा मटिहानी प्रखंड विकास पदाधिकारी के समक्ष फिजिकल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का पालन करते हुए आयोजित किसान आक्रोश चेतावनी मार्च को सम्बोधित करते हुए सीटू राज्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा।
उन्होंने कहा कि बिहार के किसान मजदूर के बेटे देश के विभिन्न हिस्सों में बेरोजगारी का दंश झेलते हुए मजदूरी करने के दौरान लाक डाउन में फंसे, केन्द्र और राज्य सरकार उनके घर वापस लाने की कोई व्यवस्था नहीं की, परिणाम है कि अनेकों खतरों से जूझते हुए रास्ते में दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं यह अत्यंत दुखद दुर्भाग्यपूर्ण व शर्मनाक है, सरकार अविलंब इस तरह की समस्या को गंभीरता से ले।
सीटू राज्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के नेतृत्व में 15 सदस्यीय किसान शिष्टमंडल जिसमें मनोहर सिंह, पंकज कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह, रामदीरी पैक्स अध्यक्ष निरंजन कुमार सिंह, वार्ड प्रतिनिधि मंगल सिंह, सालन कुमार, बौकू सिंह आदि शामिल थे ने 11 सूत्री मांग पत्र सौंपते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी मटिहानी से एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई की मांग की और घोषणा किया कि मांगों के ऊपर कार्यवाही में विलम्ब या टाल मटोल करने पर किसान आन्दोलन उग्ररूप धारण कर सकता है। जिसकी सारी जबावदेही प्रशासन और सरकार की होगी ।
ग्यारह सूत्री मांगों में रामदीरी तीन पंचायत के किसान सलाहकार एवं प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी मटिहानी के कमीशनखोरी की जांच उसके ऊपर न्यायोचित कार्रवाई तथा लम्बित फसल सहायता राशि भुगतान प्रमुख हैं । आज के इस आंदोलन का समर्थन करते हुए युवा कांग्रेस नेता रत्नेश कुमार टुल्लू ने सरकार और प्रशासन से अविलंब समस्याओं के समाधान की मांग की।