@ कार्ल मार्क्स की 202 वीं जयंती के मौके पर जिले भर में सीपीआई ने किया धरना कार्यक्रम
@ पूरे देश में शराब बंदी करने की मांग को लेकर पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने लिखा गृह मंत्रालय को पत्र
बेगूसराय ::–
विजय श्री ::–
5 मई 2020 मंगलवार
मार्क्स महान वैज्ञानिक, वैज्ञानिक समाजवाद के प्रणेता एवं मनुष्य के द्वारा मनुष्य के शोषण के खिलाफ जो क्रांति का आगाज किया था, आज भी दूसरे रूप में ही सही शोषण की प्रक्रिया बदस्तूर जारी है। विश्वव्यापी कोरोनावायरस ने यह सिद्ध कर दिया कि धर्म, मजहब, जातियता मानव के मुक्ति मार्ग का द्वार नहीं खोल सकता है। मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर, अकालतख्त में तालाबंदी इंसान की जिंदगी बचाने के लिए आवश्यक है। और मार्क्स का यह कथन भी प्रमाणित हो गया कि मनुष्य धर्म का निर्माण करता है, धर्म दलित प्राणी की प्रतिध्वनि है। हृदय हीन विश्व का हाय ठीक वैसे ही आत्माविहीन स्थिति की आत्मा है। उपर्युक्त बातें कार्ल मार्क्स के 202वीं जयंती के मौके पर पूर्व सांसद सह बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कही ।
उन्होंने कहा कि 1848 में कार्ल मार्क्स और एंजेल द्वारा लिखित कम्युनिस्ट घोषणापत्र में पार्टी के 10 कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण शिक्षा का सार्वजनिकीकरण, बेरोजगारों को काम शामिल, सामाजिक न्याय तथा बैंक यातायात संचार तथा भूमि का राष्ट्रीयकरण सामाजिक क्रांति के लिए आवश्यक है। इसलिए आज दूसरा सबक यह भी सरकार को लेना चाहिए कि सार्वजनिक अस्पतालों को और अधिक मजबूत तथा पूरी शिक्षा व्यवस्था पर पूंजी पतियों के नियंत्रण को समाप्त कर उसका सार्वजनिककीकरण करना चाहिए और वामपंथियों को नए सिरे से विश्लेषण करना चाहिए क्योंकि आज वर्ग संघर्षों की प्रकृति में भी बदलाव आए हैं, शोषण के तरीके बदले हैं, मजदूरों की अपेक्षाएं भी बढ़ी है। यही सबसे जटिल सच्चाई है।
ज्ञात हो कि अपने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने पूरे जिले भर में अपने सवालों को लेकर एक दिवसीय धरना देकर कार्ल मार्क्स की 202 वी जयंती धूमधाम से मनाया।
इस मौके पर कार्यानँद भवन में आयोजित सभा को पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह संबोधित कर रहे थे।
मौके पर पूर्व विधायक अवधेश राय सह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी में संपूर्ण देश और राज्य एकजुट होकर लड़ रहा है। सरकार से मांग करेंगे कि कोरोना की वजह से भूखमरी और बीमारी से मरे हुए तमाम लोगों को सरकार प्रधानमंत्री कोष से 20 लाख रुपया मुआवजा दें तथा प्रवासी मजदूर जो घर वापस आ रहे हैं उन्हें रोजगार की गारंटी करें ,तमाम तरह की जो सुविधाएं हैं उसे भी मुहैया करें, प्रत्येक मजदूर को 5000 प्रतिमाह देने की गारंटी करें।
कार्यक्रम के मौके पर बेगूसराय जिला सचिव मंडल सदस्य अनिल कुमार अंजान की अध्यक्षता में कार्ल मार्क्स के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्पण किया गया, और 2 मिनट का मौन धारण भी किया गया।
इस मौके पर जिला सचिव मंडल सदस्य राजेंद्र चौधरी, शिक्षक नेता प्रताप नारायण सिंह, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य परिषद सदस्य एआईवाईएफ के बेगूसराय जिला संयोजक अमीन हमजा, एआईएसएफ के जिला अध्यक्ष सजग सिंह, सीपीआई के जिला परिषद सदस्य नूर आलम खान, इत्यादि लोगों ने संबोधित किया। मौके पर अर्जुन सिंह रामविलास ,शंभू देवा, संतोष कुमार इत्यादि लोग उपस्थित थे।
पूरे देश में शराब बंदी करने की मांग को लेकर पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने लिखा गृह मंत्रालय को पत्र
बेगूसराय
कल देश की राजधानी दिल्ली में शराबखोरी के लिए अपनी जान को जोखिम में डालने में जो अफरा-तफरी दुनिया के सामने दिखाई दी, इससे मुल्क हिंदुस्तान का माथा शर्म से झुक गया। मुनाफा ही सब कुछ नहीं है।
अब देश में सारे आर्थिक कारोबार पर तालाबंदी है तो लोगों की जान से खिलवाड़ करने के लिए शराब की दुकानों को खोलने की इजाजत देना बहुत ही खतरनाक है। उपर्युक्त बातें गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखते हुए पूर्व सांसद सर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने पूरे देश में शराबबंदी की मांग को लेकर लिखा।
उन्होंने मांग किया कि इस विशेष संकट की स्थिति में हमारी अपील है कि तत्कालीन प्रभाव से पूरे देश में शराब की दुकानों की तालाबंदी अनिश्चितकाल के लिए कर दें। उन्होंने चिट्ठी में यह भी जिक्र करते हुए कहा कि बिहार इस मामले में पूरे देश में सबसे आगे शराबबंदी करके एक कीर्तिमान स्थापित किया है,कृपया इसी से प्रेरणा ग्रहण करें।