बेगूसराय ::–
विजय श्री ::–
27.4.2020 सोमवार
बेगूसराय जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि जिले के एक और संक्रमित व्यक्ति की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अब कुल 09 मामलों में से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 07 हो गई है। संक्रमण मुक्त व्यक्ति को होम क्वारेन्टाइन में रहकर निर्धारित प्रोटोकॉल के शर्तों के अनुपालन का निदेश दिया गया है। अन्य संक्रमित व्यक्तियों का ईलाज निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत स्थानीय आइसोलेशन-कम-ट्रीटमेंट सेंटर में चल रहा है।
उन्होंने कहा कि जिन इलाकों को सील किया गया है वहां निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत सैनिटाईजेशन के साथ-साथ एक्टिव सर्विलांस का कार्य किया जा रहा है तथा इन क्षेत्रों में लोगों तक आवश्यक वस्तु की सुलभता के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
जिला पदाधिकारी ने जिले के सभी प्राइवेट अस्पतालों के प्रबंधकों से अपील करते हुए कहा है कि यदि उनके यहां इलाज के लिए आए हुए व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण यथा सर्दी, जुकाम, बुखार, सांस लेने में परेशानी आदि प्रतीत होते हैं, तो तत्काल उस व्यक्ति के संबंध में सिविल सर्जन, बेगूसराय को सूचित करें ताकि निर्धारित कार्रवाई की जा सके। ऐसा नहीं करने वाले प्राइवेट अस्पतालों के प्रबंधकों/चिकित्सकों पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ऐसी सूचना प्राप्त हुई है कि एक स्थानीय प्राइवेट अस्पताल में दो-तीन पूर्व एक मरीज संदिग्ध अवस्था में ईलाज के लिए आए थे, जिसके संबंध में जिला प्रशासन को सूचना दिए बिना प्राइवेट ऐंबुलेंस से पटना रेफर कर दिया गया, जो अनुचित है। उन्होंने कहा कि उक्त प्राइवेट अस्पताल पर नियमानुसार कार्रवाई करने के निदेश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जिले से अब तक 1345 व्यक्तियों का सैंपल जांच हेतु पटना भेजे गए जिसमें 1180 व्यक्ति का जांच रिपोर्ट प्राप्त हुआ है। इनमें से 1171 व्यक्ति की जांच रिपोर्ट निगेटिव है जबकि 165 सैंपल का रिपोर्ट प्रतीक्षित है। वर्तमान में 34 व्यक्तियों को जिला मुख्यालय स्थित आइसोलेशन वार्ड/क्वारेन्टाइन सेंटर में आवासित कर उसके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है। इसके अतिरिक्त कुल 42 स्कूल क्वारेन्टाइन सेंटर्स में 282 व्यक्ति एवं होम क्वारेन्टाइन में 129 व्यक्ति को रखा गया है तथा ऐसे सभी लोगों की लगातार स्वास्थ्य निगरानी की जा रही है।
जिला पदाधिकारी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि यदि किसी दूसरे राज्य से हाल में आए हुए व्यक्ति की सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल सूचित करें ताकि उन्हें स्वास्थ्य निगरानी में लिया जा सके। उन्होंने लोगों से अपनी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं छुपाने तथा सामान्य सर्दी, खांसी एवं बुखार के लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराने की भी अपील की।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा कोविड-19 एवं उससे जुड़े विभिन्न मामलों को संवेदनशील तरीके से निष्पादित कराने का प्रयास किया जा रहा है इसलिए किसी भी व्यक्ति को पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है।
लेकिन, कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के उद्येश्य से जारी लॉकडाउन तथा सोशल डिस्टेशिंग के शर्तों का अनुपालन बेहद अहम है तथा आमजन के द्वारा इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। उन्होंने लोगों से अफवाह/भ्रामक खबरों से भी बचने की अपील की।
जिला पदाधिकारी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि पीडीएस डीलर्स/आवश्यक वस्तुओं की अनुपलब्धता संबंधी अथवा अन्य कोई शिकायतें या जानकारी साझा करना हो तो तत्काल स्थानीय प्रशासन अथवा जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या 06243-222835 पर सूचित करें ताकि समुचित कार्रवाई की जा सके। किसी मामले को लेकर सड़क जाम करना/हंगामा करना लॉकडाउन के आदेश का उल्लंघन है तथा ऐसे गैर-कानूनी गतिविधियों में शामिल होने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के आदेश के उल्लंघन के आरोप में अब तक 29 लोगों को प्राथमिकी दर्ज की गई। जबकि 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसी क्रम में वाहन चेंकिंग के दौरान 20 लाख 26 हजार रूपये दंड स्वरूप वसूल की गई है। जिले में राशन वितरण की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्येश्य से लगातार कार्य कर रही है तथा इस संबंध में लोगों के शिकायत के मद्देनजर इस क्रम में अब तक 965 जन वितरण प्रणाली दुकानों की जांच की गई जिसमें से 58 विक्रेताओं पर अनियमितता के कारण कार्रवाई के निदेश दिए गए। इस क्रम में अब तक तीन डीलर्स पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है जबकि तीन का लाइसेंस रद्द किया जा चुका है।
जिला प्रशासन द्वारा संचालित विभिन्न चार आपदा केंद्रों यथा ज्ञान भारती स्कूल, बस स्टैंड, बेगूसराय, सामुदायिक भवन, बाघा एवं मध्य विद्यालय, बलिया के माध्यम से अब तक लगभग 8,200 जरूरतमंद लोगों को भोजन एवं आवासन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। देश के विभिन्न हिस्सों में बेगूसराय जिले के फंसे हुए लोगों के सहायतार्थ जिले में गठित प्रवासी मजदूर सहायता कोषांग के माध्यम से अब तक लगभग 250 प्रवासी मजदूर द्वारा प्राप्त सूचनाओं के आधार पर उनके समस्याओं का निवारण किया गया।