एकमा (सारण) ::–
चंद्र प्रकाश राज / वीरेंद्र यादव / के के सेंगर
9 अप्रैल 2020 गुरुवार
रसूलपुर थाना क्षेत्र के धानाडीह गांव में गेहूं की फसल कटवाने गए एक हिन्दी दैनिक के क्षेत्रीय पत्रकार देवेन्द्र सिंह राठौर उर्फ टुन्ना सिंह को गांव के ही कुछ लोगों ने चाकू मार घायल कर दिया है। बीच बचाव करने गई पत्रकार की पुत्री व पत्नी के साथ भी गाली-गलौज, मारपीट व दुर्व्यवहार करने का आरोप है। घायल पत्रकार का इलाज एकमा सीएचसी में कराया गया है।
इस मामले में पत्रकार की पुत्री के बयान पर रसूलपुर थाने की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। दर्ज प्राथमिकी में राणाप्रताप सिंह, पंकज सिंह, योगेन्द्र सिंह, कामेश्वर सिंह, रोहित सिंह आदि के अलावा करीब आधा दर्जन लोगों को आरोपित किया गया है।
दर्ज करायी गई प्राथमिकी में पत्रकार की पुत्री ने कहा है कि आरोपित लाठी, डंडे, भाला, चाकू, कट्टे आदि हथियारों से लैस होकर उनके खेत में पहुंचे। जहां गेहूं काट रहे मजदूरों को भगा दिया। सूचना मिलने पर उसके पिता देवेन्द्र सिंह पहुंचे तो उन्हें चाकू से हमला कर घायल कर दिया गया। शोरगुल सुन कर घटना स्थल पर पहुंची पत्नी प्रमिला देवी व पुत्री के साथ आरोपियों ने मारपीट कर दुर्व्यवहार किया। इस दौरान उसके सोने की कानबाली भी नोच ली गई।
वहीं पत्रकार देवेन्द्र सिंह के अनुसार पिछले साल सरस्वती पूजा के अवसर आर्केस्ट्रा प्रदर्शन व नृत्य की खबर को प्रकाशित करने को लेकर आरोपित काफी दिनों से उनपर नाराज चल रहे थे।
उधर रसूलपुर पुलिस के अनुसार मामला जमीन और सड़क को लेकर भी जुड़े होने की आशंका है। पुलिस हर बिंदुओं पर नजर रखते हुए मामले की गंभीरता से छानबीन कर रही है। पुलिस ने दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करने को कही है।
महिला डाक्टर द्वारा घायल पत्रकार व उनकी पुत्री के इलाज में दिलचस्पी नहीं लेने से पत्रकारों में रोष
प्रखंड के रसूलपुर थाना क्षेत्र के धानाडीह गांव में आज गुरुवार की सुबह पत्रकार देवेन्द्र सिंह को मारपीट में चाकू लगने के बाद इलाज के लिए पुलिस एकमा सीएचसी में भेजा गया।
ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक मंदाकिनी द्वारा इलाज में दिलचस्पी नहीं लेने को लेकर क्षेत्रीय पत्रकारों में रोष व क्षोभ व्याप्त है। इलाज के लिए आये घायल देवेंद्र सिंह व उनकी पुत्री को महिला डाक्टर ने गंभीरता से जांच नहीं की।
डॉक्टर मंदाकिनी द्वारा पत्रकार को चाकू लगने की घटना को 12 घंटे पहले की घटना करार दिया गया। जिस पर इलाज कराने पहुंचे पत्रकार साथियों व महिला डॉक्टर के बीच बहस शुरू हो गई। इस पर डा. मंदाकिनी ने कहा कि वह खुद चाहती भी हैं कि नौकरी नहीं करें। इस पेशे से वह परेशान हैं। उनको रोज दूर से ड्यूटी आना पड़ता है। यह सुनकर मौजूद सभी लोग हतप्रभ रह गये।
इस मौकै पर मौजूद राजद नेता व समाजसेवी देवकुमार सिंह ने दु:ख जताते हुए। इसकी शिकायत सीएस से करने की बात कही।