गड़हनी-भोजपुर ::–
बबलू कुमार ::–
01 अप्रैल 2020 बुधवार
कोरोना वायरस का खतरा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। लॉक डाउन होने के कारण गरीब और मजदूर लोगों का रोजगार छिन जाने से खाने को मोहताज हो गए। इस विकट परिस्थिति में गरीब, अनाथ, असहाय लोग कैसे जी रहे हैं, इसका अवलोकन करने के लिए भाकपा माले एवं इंकलाबी नौजवान सभा की टीम ने जायजा लिया।
यह टीम गड़हनी में भाकपा-माले की टीम के केन्द्रीय नेता एवं इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज मंजिल के नेतृत्व में अगिआंव विधानसभा के विधायक के पंचायत स्थित गांव डेवढ़ी के गरीब-दलित टोला पर जांच के लिए पहुंचा।
टीम में माले के राज्य नेता व गड़हनी प्रखण्ड सचिव नवीन कुमार, जिला नेता व जनकवि निर्मोही, प्रखंड कमिटी के नेता भीम पासवान, काउप पंचायत मुखिया कलावती देवी, गड़हनी के शाहीन बाग संचालक अमीन भारती व सिक्का शामिल थे।
टीम ने पाया कि सरकार के विधायक प्रभुनाथ राम के गांव डेवढ़ी में गरीब भूखमरी के हालात में जीने को मजबूर हैं। टीम ने यह भी पाया कि इस गांव को राशन देने के लिए जिम्मेवार डीलर सरकार के विधायक प्रभुनाथ राम के भाई हैं जो जिला परिषद् पति भी हैं। टीम ने पाया कि डेवढ़ी दलित एवं मुशहरटोली में 75 % महादलितों को पक्का का मकान नही बना हैं।
नली-गली और नल-जल योजना का लाभ नहीं मिला है। मनोज मंजिल ने कहा कि डेवढ़ी गांव के विधायक होने के बावजूद भी अपने गांव तक में विकास नहीं किये हैं। गांव के दलित-गरीब आज भी गंदगी में ज़िंदगी जीने को बेबस हैं।
पूरे देश में करोना महामारी फैला हुआ है लेकिन इस कोरोना वायरस से बचाव के लिए मुसहर टोली महादलित टोला में दवा का छिड़काव नही हुआ हैं साथ ही न ही कोरोना महामारी से बचाव के लिए किसी प्रकार का जागरूकता ही फैलाया गया। मंजिल ने कहा कि विधायक प्रभुनाथ राम के गावँ के मुसहर टोली में कई विधवा और विकलांगों को पेंसन भी नहीं मिलता है।
पूरे देश में कोरोना के समय में लाॅकडाउन में गरीब भूखे मर जाएंगे। नीतीश सरकार के विधायकों की संवेदनहीनता चरम पर है। अगर गरीबों को तत्काल राशन जनवरी से मार्च 20 तक का नहीं मिलेगा तो भाकपा माले SDO और DM से मिलकर राशन बंटवाएगी।
इसी बीच माले की कार्यकर्ता व काउप मुखिया कलावती देवी ने ग्रामीणों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए जरूरी जानकारी दी।