वीरपुर-बेगूसराय ::–
धर्मेंद्र कुमार ::–
27 मार्च 2020 शुक्रवार
कोरोना वायरस से कैसे लड़ेगे नीतीशे सरकार, वीरपुर पीएचसी के डाक्टर समय का नहीं रखते हैं ख्याल। जी हां कोरोना वायरस जहां माहामारी का रूप ले चुका है । इस परिस्थिति में भी सरकार की मंशा है कि जहां भी कोरोना वायरस मिले उसे वहीं दवा दें । शायद इसी बजह से बिहार सरकार के द्वारा पुरे प्रदेश को लाॅक डाउण घोषित किया गया है ।
बाहर से बिहार आने वालों पर तमाम विभागों का नजरिया भी स्पष्ट है कि कोरोना को हर हाल में बढने से रोकना है ।लेकिन वीरपुर पीएचसी में पदस्थापित सरकार के डाक्टर लोग इस आपति काल में भी समय का ख्याल नहीं रख रहे हैं । जो वीरपुर प्रखंड क्षेत्र के लिए खतरनाक साबित हो सकता है ।
आपको बताते चलें कि शुक्रवार को शुबह 8:30 बजे से 9 बजे तक में एक भी चिकित्सक मौजूद नहीं थे । भीठ में दिल्ली से आए, वीरपुर पूर्वी में कोलकाता से आए, खरमौली में कोलकाता से आए, जगदर में दिल्ली से आए, बरहारा में पटना से पैदल चल कर आए, बरैपुरा में कोलकाता से आए, भवानंन्दपुर में मुम्बई से आए 14 लोग कोरोना वायरस से संबंधित जांच कराने के लिए आए ।
8:30 बजे से पहले एक एएनएम जरूर अपने ड्रेश कोड में थी। जो उक्त लोगों को डाक्टर साहब के आने का इन्तजार करने के लिए बोल रही थी । आश्चर्य तो यह है कि यहां 30 एएनएम कार्यरत हैं। इस आधे घंटे में डाक्टर समेत अन्य एएनएम लोग कहां थे । जबकि नियमानुसार सबो को समय पर आने और जाने के समय भी निश्चित है । तो क्या कहा जाय सरकार के आदेश के यहां अवहेलना इस विपत्ती के समय में भी ये लोग कर रहे हैं या प्रखंड क्षेत्र की जनता भगवान भरोसे है।