कोइलवर-भोजपुर ::-
बबलू कुमार-
28 फरवरी 2020 शुक्रवार
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगा में बिहार के भोजपुर जिले के कोईलवर प्रखंड के सलेमपुर गांव निवासी दीपक कुमार पिता स्वर्गीय सूबेदार सिंह का शव दिल्ली से एंबुलेंस के द्वारा उनके पैतृक गांव सलेमपुर पहुंचा।
जैसे ही उनका शव गांव पहुंचा पूरे गांव घर में कोहराम मच गया। पूरे गांव के लोग उनके घर पर पहुंच गए।
पूरे ग्रामीणों में दिल्ली में हुए दंगे को लेकर दिल्ली सरकार के प्रति काफी रोष देखा गया। मृतक दीपक कुमार 10 वर्षों से दिल्ली के गोकुलपुरी में फैक्ट्री में मजदूरी करता था। आपको बताते चलें कि मृतक दीपक अपने दोस्त विक्की के साथ मंगलवार को सुबह 10:00 बजे घर से चांदनी चौक से कपड़े खरीदने के लिए निकला था। जैसे ही बाहर निकलने के बाद जब उसे पता चला कि बाजार बंद है तो दोनों ने सोचा कि जब निकले हैं तो घूमने चलें।
चांदनी चौक से वापस लौटकर जब दीपक और विक्की गोकुलपुरी के पास वर्धनपुरी पुलिया पर पहुंचे तो वहां दीपक कुमार को दंगाइयों ने घेर लिया। विक्की ने मौके से भागकर जान बचाई लेकिन दंगाइयों ने दीपक को बुरी तरह पीटा। जख्मी हालत में दीपक को जीटीबी अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
इसकी सूचना दीपक के दोस्त विक्की ने दीपक के भाई अजय कुमार को फोन पर सूचना दी। सूचना मिलते ही अजय कुमार अस्पताल पहुँचे और देखा कि मेरा भाई अस्पताल में मरा पड़ा है। जिसकी जानकारी अपने बिहार भोजपुर जिले सलेमपुर पूरे परिवार को दिया उसका पूरा परिवार गांव में ही रहता था। मृतक दीपक पांच भाइयों में सबसे छोटा था। बड़े भाई चंद्र कुमार अपने भाई के शव को देखकर फफक फफक कर रो रहे थे। पत्नी भी अपने पति के शव से लिपट कर रो रही थी ।
मृतक दीपक कुमार के दो लड़की और एक लड़का है।कोईलवर अंचल के अंचलाधिकारी के द्वारा परिवारिक लाभ देने की बात कही। स्थानीय विधायक के प्रतिनिधि के रूप में उनकी पत्नी पहुंची हुई थी। माले नेता राजू यादव राकेश जिलाधिकारी भोजपुर से बात करने पर बताया कि मृतक दीपक कुमार को प्रवासी मजदूर के तौर पर श्रम विभाग से ₹1 लाख मुआवजे के तौर पर देने का प्रावधान है।
जन अधिकार पार्टी के प्रदेश युवा के अध्यक्ष बबन यादव मृतक दीपक कुमार के घर पहुंच कर पूरे परिवार को सांत्वना दिया। साथ ही हुए घटना पर शोक व्यक्त किया।