मंसूरचक-बेगूसराय ::–
@ यहां के प्रतिमाओं की ख्याति सुदूर जिलों में भी
मिंटू झा ::–
22 जनवरी 2020
बुधवार
बसंत पंचमी की आगमन पर स्थानीय मूर्तिकार देवी सरस्वती की प्रतिमा निर्माण में सपरिवार कड़ी मेहनत व लगन से जुटे हुए है। मंसूरचक के समसा बलान नदी के किनारे पर स्थित कुम्हार टोला एवं समसा बैंक बाजार के पास इस कड़ाके की ठंड में भी छोटे बड़े एवं विशालकाय प्रतिमाओं को अंतिम रूप दे रहे है।
इस कार्य में जुटे लालबाबू पंडित ने बताया कि मूर्ति बनाना उनका पुश्तैनी पेशा है। और वह अपने परिवार के साथ इस परम्परा को आगे बढ़ा रहे हैं। इस कार्य में उपयोग होने वाली मिट्टी गांव से एवं बछवाड़ा से लाते हैं। महंगाई बढ़ने के बाद अब मिट्टी की कीमत भी बढ़ गई है।
वर्तमान में 1500 रुपए प्रति ट्रैक्टर की दर लगता है। वहीं पुआल, कपड़ा एवं लकड़ी की भी व्यवस्था करनी होती है। मौसम खराब होने से प्रतिमाओं को सुखाने के लिए ब्लू लैंप का भी सहारा लेना होता है। वहीं इसके खरीदार सुदूर क्षेत्रों से आते हैं। जिनसे अच्छी कमाई भी होती है।

इस संबंध में भोला रामदेव पंडित ने बताया यहां की बनी हुई प्रतिमाओं की ख्याति दूर दूर तक है। जिसके वजह से स्थानीय खरीदारों के अलावा जिले के अन्य क्षेत्रों सहित बेगूसराय, समस्तीपुर, पूर्णिया, भागलपुर, कटीहार, खगड़िया एवं सहरसा के जिलों से भी खरीदार आते हैं। जो इन विशालकाय प्रतिमाओं को ट्रैक्टर, पिक अप वाहनों से ले जाते हैं।
प्रतिमाओं की कीमत 1500 से लेकर 21 हजार तक बताई गई है। इनसे होने वाली कमाई से ही इनके परिवार का गुजर बसर होता है।
वहीं इस कार्य में बबलू पंडित, पंकज पंडित, आलोक मिश्रा, नमनित कुमार नमन, नंदन कुमार भोला सहित अन्य मूर्तिकार अपने परिवार एवं बच्चों के साथ इस पुश्तैनी पेशे को आगे बढ़ा रहे हैं।