बेगूसराय ::–
@ जामिया औऱ एएमयू के छात्रों पर पुलिसिया दमन के खिलाफ आइसा ने किया प्रदर्शन
@ 19 दिसम्बर गुरुवार को करेगी बिहार बंद
विजय श्री ::–
16 दिसंबर 2019
सोमवार
ऑल इंडिया स्टुडेट्स एसोसिएशन (आइसा) ने जमिया इस्लामिया विश्विद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं पर बीते रात बर्बर पुलिसिया दमन के खिलाफ आक्रोश मार्च निकाला। जीडी कॉलेज में किया प्रदर्शन।
छात्रों का जत्था जुलूस की शक्ल में संगठन का झंडा, बैनर व पोस्टर लेकर आइसा के जिला सचिव अभिषेक आनंद व फ़हीम आलम के नेतृत्व में पूरे महाविद्यालय परिसर का भ्रमण करते हुए प्रदर्शन में तब्दील हो गया।
इस बीच छात्रों पर पुलिसिया दमन बंद करो, हिटलरशाही नही चलेगी, खूनी कैब वापस लो, संविधान की हत्या बंद करो, मोदी-शाह कायर है यह तो जनरल डायर है जैसे गगनचुंबी नारे लगा रहे थे।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष वतन कुमार ने कहा की दिल्ली पुलिस ने जामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों पर एक क्रूर हमला किया। दरअसल जामिया मिलिया इस्लामिया में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ और दिल्ली पुलिस द्वारा पहले की गई बर्बरता के विरोध में छात्र एकत्र हुए थे। लेकिन पुलिस ने इसबार दमन की सारी हदें पार कर दीं।
पुलिस ने बैटन और आंसू गैस के गोले से हमला किया। छात्रों पर गोली भी चलाई गई। लाइब्रेरी में पढ़ रहे निहत्ते छात्रों पर अंधाधुन लाठियां बरसाई गई। वही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पुलिस आधी रात को गेट तोड़ यूनिवर्सिटी कैम्पस में प्रवेश कर छात्रों को बेहरहमी से पीटा। फिर जबरन होस्टल खाली करवा दिया गया। इस दौरान पुलिस कर्मियों के द्वारा छात्राओं के साथ भी बदसलूकी की गई। इस पुलिसिया हमले में दर्जनों छात्र-छत्राए गम्भीर रूप से घायल है। उन्होंने कहा की यह जो क्रूरता सामने आई है, वह स्पष्ट संकेत है कि मोदी-शाह नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ उठ रहे हर विरोध को कुचलने के लिए तैयार है। चाहे वह गुवाहाटी हो जामिया हो या फिर एएमयू हो। लेकिन छात्र संगठन आइसा इस हिटलरशाही रवैये को बर्दाश्त नही करेगी और इस दमन के खिलाफ छात्र-युवाओं गोलबंद कर आंदोलन और तेज़ करेगी।
आइसा के जिला अध्यक्ष अजय कुमार ने मोदी-शाह की जोड़ी ने पूरे देश को उथल पुथल और अशांति में धकेल दिया है। सीएबी और एनआरसी जैसे काले कानून के खिलाफ देश भर में चल रहे आंदोलन पर पुलिसिया दमन ने अंग्रेजी हुकूमत की याद दिला दी है। पुलिस अब विश्वविद्यालय में घुसकर छात्रों और शिक्षकों को पिट रही है। पत्रकारों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। उन्होंने कहा नरेंद्र मोदी की सरकार हर विरोध के स्वर को लाठी-गोली के दम पर शांत कर देना चाहती है। देश आपातकाल से भी खतरनाक दौर में चला गया है। जिसके खिलाफ आइसा बड़ा आंदोलन खड़ा करेगा। 19 दिसम्बर को बिहार बंद करके इसकी बिगुल फूंकी जाएगी। उन्होंने सभी लोकतांत्रिक न्याय पसन्द संगठनों व नागरिकों से बिहार बंद को सफ़ल बनाने की अपील की है।
इस मौके पर अविनाश कुमार, सोनू फर्नाज़, तनवीर आलम, रैशन देव, राजीव कुमार, टीपू सुल्तान, राजा पटेल, नवेन्दु कुमार, अंकित कुमार, दिवाकर कुमार, सन्नी गुप्ता सहित दर्जनों लोग शामिल हुए।