भोजपुर(आरा) ::–
बबलू कुमार-
4 दिसंबर 2019
बुधवार
भोजपुर में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना एवं राष्ट्रीय पेंशन योजना के सफल एवं प्रभावी क्रियान्वयन हेतु जिला स्तरीय मेगा कैंप का आयोजन स्थानीय नागरी प्रचारिणी सभागार में भोजपुर जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
जनसमूह को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा की इस कैंप का उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के अधिकाधिक कामगारों/लघु व्यापारियों एवं स्वरोजगारियों को पेंशन के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है। उन्होंने श्रम अधीक्षक से श्रमिकों एवं व्यापारियों के हित में मिशन मोड में कार्य करने तथा जनहित में व्यापक जन जागरूकता कायम कर अधिकाधिक लक्ष्य समूह को सरकार की महत्वाकांक्षी योजना से आच्छादित करने को कहा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने 11 कामगारों को मानधन कार्ड वितरित किया गया । साथ ही कैंप में 235 कामगारों का निबंधन किया गया। इस अवसर पर श्रम अधीक्षक श्रीमती प्रियंका कुमारी ने कार्यक्रम के महत्व तथा योजनाओं की विस्तृत रूपरेखा से लोगों को अवगत कराया तथा उन्होंने कहां की किसी भी वसुधा केंद्र पर जाकर निबंधन कराया जा सकता है । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए पेंशन योजना है।
इसके तहत असंगठित कामगार जैसे रिक्शा चालक, फेरीवाला, लेबर, घरेलू कामगार, दर्जी, पान दुकान वाले या इस तरह के अन्य कामगार शामिल हैं। इसके तहत 18 से 40 आयु वर्ग के असंगठित क्षेत्र के कामगारों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान किया जाता है। इसके लिए ₹55 से लेकर ₹200 तक मासिक अंशदान संबंधित कामगार को देना होता है तथा उतनी ही राशि अंशदान के रूप में सरकार देती है।
60 साल होने पर न्यूनतम ₹3000 तक मासिक पेंशन देय होता है। लाभार्थी के मृत्यु होने की स्थिति में उसके पति अथवा पत्नी को 50% पेंशन का प्रावधान है। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय पेंशन योजना एक शैक्षिक एवं अंशदाई पेंशन योजना है। इसके तहत मासिक योगदान न्यूनतम 55 रुपए से अधिकतम ₹200 तक दी जाती है तथा केंद्रीय स्तर से बराबर का योगदान दिया जाता है।
इस योजना के तहत 18 वर्ष से लेकर 40 आयु वर्ग के व्यवसाई आते हैं जिनका वार्षिक टर्नओवर डेढ़ करोड़ से कम है। विदित हो कि 30 नवंबर से 6 दिसंबर तक पेंशन सप्ताह का आयोजन चल रहा है।
इस अवसर पर अपर समाहर्ता कुमार मंगलम, श्रम अधीक्षक श्रीमती प्रियंका कुमारी तथा भारी संख्या में कामगार एवं व्यापारी गण उपस्थित थे।